UP में गोवंश का बुरा हाल , अव्यवस्थाओं के चलते मर रही गाएँ
गोवंश के संरक्षण के वादे हवा हवाई
गोशालाओं की देखभाल ठीक से न होने के कारण गोवंश का हाल बुरा है। इन गोवंश की देखरेख न होने के कारण उनकी मौत हो रही हैं, साथ ही इनके शव को कुत्ते नोचने में लगे है।
0 जालौन के नदीगांव विकासखंड के गोवर्धनपुरा और ब्यौनाराजा में गोवंश का बुरा हाल
0 सोशल मीडिया में फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद नदीगांव विकासखंड के अधिकारी पहुंचे मौके पर
0 गोवंशों की मौतों को छुपाने में लगे अधिकारी
गोशाला में गायों की मौत की यह तस्वीरें जालौन जनपद के नदीगांव विकास खंड के अंतर्गत आने वाले गांव गोवर्धनपुर और ब्यौनाराजा की है, जहां अव्यवस्थाओं के चलते गोवंशों की मौत हो रही है।
पहली तस्वीर गोवर्धनपुरा गांव की है, जहां गोशाला में व्यवस्था न होने के कारण भूख प्यास और ठंड के कारण गोवंशों की मौत हो रही है, इतना ही नहीं इन गोवंशों की मौत हो जाने के बाद भी इन्हें प्रधान व सचिव द्वारा संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, न ही उन्हें दफनाने की कोई व्यवस्था की जा रही है, जिस कारण इन मरे हुए गोवंशों को कुत्ते नोचकर खा रहे हैं। इनकी तस्वीर लगातार सोशल मीडिया में वायरल की जा रही हैं।
वहीं दूसरी तस्वीर नदीगांव विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम ब्यौनाराजा की है, जहां पर गोशाला के लिए शासन द्वारा पैसा तो आवंटित कर दिया गया है, लेकिन यहां पर गोशाला के नाम पर कोई भी काम नहीं कराया गया है, जिस कारण एक छोटे से बाड़े में सैकड़ों की तादाद में गोवंश को रखा जा रहा है, यहां पर न तो गोवंश को ठंड और बारिश से ढकने के लिए त्रिपाल लगाई गई है, न ही किसी प्रकार की कोई व्यवस्था उनके खाने पीने के लिए है। जिस कारण उनकी मौत हो रही है।
गांव के लोगों ने गोवंश की मौत पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किये हैं, और यहां की स्थिति के बारे में बताया है कि यहां पर गोवंश हो कि लगातार मौत हो रही है।
इन तस्वीरों से यह साफ हो गया है कि सरकार गोवंश के संरक्षण के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत देखी जाए तो यह प्रयास असफल साबित हो रहा है और प्रशासनिक अधिकारी गोवंश के संरक्षण के प्रति जागरुक नहीं है, जिसका नतीजा यह है कि यहां पर लगातार ठंड भूख और प्यास के कारण गोवंश की मौत हो रही है और इन गोवंश के शवों को दफनाने के लिए कोई व्यवस्था न होने के कारण कुत्ते इन गोवंश को खाने में लगे हुए हैं।
जब इस मामले में ग्राम पंचायत के सचिव पवन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें अभी ज्वाइन किए कुछ ही दिन हुए हैं और वहां पर कोई भी पैसा गौशाला के लिए आवंटित नहीं किया गया है, जिस कारण इन गोशालाओं को प्रधान द्वारा निजी खर्चे पर एक बाड़े में बंद किया गया है।
वहीं इस मामले में नदीगांव विकासखंड के एडीओ पंचायत नरेश द्विवेदी का कहना है कि वह मौके पर खुद गए हैं और वहां पर कोई भी गोवंश मरा हुआ नहीं मिला है। यहां पर गौशाला का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाएगा अभी जो गोवंश को रखा गया है उन्हें सिर्फ एक बाड़े में बंद किया गया है, जहां पर उनको संरक्षित करने के लिए व्यवस्था की जा रही है।
खबरों के अनुसार योगी सरकार गाय की सुरक्षा को लेकर तमाम प्रयास कर रही है और प्रशासनिक अधिकारियों को लगातार निर्देश देती हैं, साथ ही गोवंश के संरक्षण के लिए प्रत्येक ग्राम सभा में एक गौशाला निर्माण के लिए पैसों का आवंटन कर रही है, जिससे सड़क और खेतों में घूमने वाले गोवंश को आसरा मिल सके।
लेकिन इन तस्वीरों से यह साफ हो गया है कि सरकार गोवंश के संरक्षण के लिए जो वादे कर रही है वह सिर्फ हवा-हवाई साबित हो रहा है।