UP Assembly Election 2022 : अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की संयुक्त प्रेस वार्ता 3 फ़रवरी
UP Assembly Election 2022 : अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की संयुक्त प्रेस वार्ता 3 फ़रवरी, बुलंदशहर
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव संयुक्त प्रेस वार्ता के प्रमुख बिंदु :
• बुलंदशहर की घटना पूरे देश को चिंतित कर रही है।
• सरकार के लोग कहीं भी यह बताने में नहीं चूक रहे कि कानून व्यवस्था कितनी अच्छी है लेकिन लगातार घटनाएं हो रही हैं।
• आपके जिले में जो घटना हुई वह हाथरस की घटना की तरह है।
• हाथरस में परिवार चाहता था कि उसकी बेटी का अंतिम संस्कार उनके हाथों हो जाए लेकिन सरकार ने नहीं होने दिया।
• बुलंदशहर में भी ऐसा हुआ अभी भी अपराधी खुले में घूम रहे हैं सरकार अभी भी पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे नहीं आए हैं।
• अभी भी दोषी फरार हैं हम गठबंधन की तरफ से यही मांग करते हैं कि दोषी को जल्दी से जल्दी पकड़े और कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और जो मदद सरकार कर सकती है वह मदद के लिए आगे आए।
• सरकार जो दावा करती है कि बेटियां सुरक्षित है और कहीं कोई क्राइम नहीं हो रहा है तो यह झूठ बोलना सरकार बंद कर दे।
• हम आंकड़े देखें तो बड़े पैमाने पर ऐसी बड़ी घटनाएं उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही है और उत्तर प्रदेश में कई राज्यों को पीछे।
• नाम बदलकर यूपी हंड्रेड को 112 कर भाजपा ने इसका कबाड़ा कर दिया।
• हमारी सरकार बनती है तो हम यह भरोसा दिलाते हैं चाहे यूपी 100 की गाड़ियां बनानी पड़े या फिर 1090 का इंफ्रास्ट्रक्चर चेंज करके यूपी 100 में ही इसको जोड़कर एक व्यवस्था की जाए तो वह भी हम करेंगे।
• इधर जो मुख्यमंत्री जी की भाषा बदली है पता नहीं क्यों मुख्यमंत्री जी भाषा बदल रहे हैं।
• हवा चल रही है पहले चरण में यहां के लोगों ने ऐसी हवा चलाई है कि भाजपा और मुख्यमंत्री जी उनको समझ में नहीं आ रहा कि क्या कहा जाए
• वह हमारे मुख्यमंत्री है कोई कंप्रेसर थोड़ी ना है कि हमें ठंडा कर देंगे।
• अरे बहुत सारे लोग है जो जानते होंगे कि फ्रिज में कंप्रेसर चीजों को ठंडा करता है तो हमारे मुख्यमंत्री जी कोई कंप्रेसर थोड़ी ना है जो ठंडा कर देंगे।
• लोग गर्मी की बात कर रहे हैं उन्हें हम भरोसा दिलाते हैं कि गठबंधन की सरकार बनेगी तो भर्ती खोली जाएगी गर्मी नहीं नौजवानों को भर्ती देने का काम, उन्हें नौकरी देने का काम गठबंधन में होगा और जिस तरीके से सरकार ने नौकरियां छीनी है रोजगार छीनने है इस बार हर यूथ अपने बूथ पर भारतीय जनता पार्टी को हराने का काम करेगा।
• हमारे किसान दुखी है कि इस बजट में भी उनके साथ धोखा हो गया यह बजट कैसा है कि गरीब को महसूस ही नहीं हो रहा कि कोई बजट आया है और किसान को सरकार कह रही है कि यह अमृत बजट है।
• अगर यह अमृत बजट है भाजपा का तो पिछले जितने बजट थे वह क्या जहर वाले बजट है?
• सरकार कहती है कि डायमंड सस्ता हो जाएगा सोचिए भाजपा ने गरीबों का कितना ख्याल रखा है।
• सरकार ने बड़े बड़े उद्योग कारखाने बेच करके कोरोना काल में मदद ना कर के लोगों को बर्बाद कर दिया।
• सरकार किसानों की सरकार नहीं है जहां आय दोगुनी की बात की आज कमाई आधी हो गई है।
• जब सबसे ज्यादा जरूरत खाद की थी तो सरकार खाद नहीं दे पाई। आज वही तीन तारीख है भाजपा की जीप से किसान को कुचल दिए गए थे आज भी किसान भूले नहीं है इसलिए मैं कह सकता हूं कि ये चुनाव किसान के मान सम्मान का चुनाव है इस बार जनता ने तय किया है कि भारतीय जनता पार्टी बनाम भाईचारा का चुनाव है।
• हम लगातार जनता के बीच में जा रहे हैं और जो समर्थन मिल रहा है उसके लिए हम कह सकते हैं कि ऐतिहासिक समर्थन मिला और सपा के गठबंधन की होने जा रही।
• इतना समर्थन कभी नहीं दिखाई दिया जितना इस बार दिखाई दे रहा है। इसलिए जाने वाले लोग हैं। नई सरकार आने वाली है। जो संकल्प लिया है कि सरकार बनने पर घरेलू बिजली 300 यूनिट माफ होगी बिल नहीं आएगा। साथ ही साथ सिंचाई मुफ्त होगी किसान की और बहुत पुरानी कर्मचारियों की मांग की ओल्ड पेंशन बहाल हो सपा और गठबंधन सरकार बनने के बाद पुरानी पेंशन बहाल होगी।
• जिस तरह से सपा ने काम किया वह आज भी दिखाई दे रहे हैं कोविड काल में अगर किसी ने मदद की तो वह एंबुलेंस 108 मदद की उसके ड्राइवरों को भी भाजपा ने अपमानित करने का काम किया।
• 100 नंबर की गाड़ियां सड़कों पर घूम रही है वह भी देने का काम सपा ने किया.
• जब योगी जी खुद ही स्मार्ट फोन नहीं चला पाते किसी और अपना ट्वीट भी किसी और से लिखवाते हैं, पढ़वाते है। तो आपको और हमको साढे 4 साल तक कौन सी टेबलेट देते रहे। इसलिए यह सरकार जाने वाली है समाजवादियों ने जो जो अपने घोषणा पत्र में लिखा था पहले वह पूरा करके दिखाया.
• मुझे उम्मीद है कि जो प्रत्याशी बैठे हैं बंसी सिंह पहाड़िया जी हमारे गठबंधन के प्रत्याशी हैं हम जब सरकार में थे तो यह भी विधायक थे यह विधायक बनेंगे और सरकार द्वारा बनेगी.
• हरीश लोधी जी है मैं इनके समर्थन में भी आप के माध्यम से अपील करता हूं कि इनको जिताने का काम करें.
• दिलनवाज खान साहब जब हमारी सरकार थी तब यह भी विधायक थे और मुझे लग रहा है इस बार सरकार ही बनेगी और यह भी विधायक बनेंगे.
• के के शर्मा जी हमारे गठबंधन के प्रत्याशी हैं शरद पवार जी की पार्टी के उम्मीदवार है उनको जिताएं।
• मैं अपनी पार्टी के सभी जिम्मेदार कार्यकर्ता और आरएलडी के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं नेताओं का धन्यवाद देता हूं प्रेस के लोगों का धन्यवाद देता हूं।
• जहां मुख्यमंत्री जी रहते हैं और अभी तक जितने भी उद्घाटन किए और मुख्यमंत्री जी इतने समझदार हैं कि बड़ी-बड़ी योजनाओं परियोजनाओं के लिए वह दिल्ली से कैची मंगाते हैं तो खुद पीता लेकर खड़े हो जाते हैं इस सरकार का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट तो वह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे है समाजवादियों का वजन नहीं होता तो ऐसा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को नहीं मिलता मैं राइडिंग क्वालिटी देख कर के आ रहा हूं पेरिफेरल रोड की भी और एनएचआई की बनी सड़कों की भी आप हमारे बनाए एक्सप्रेस वे पर चले 120 किमी की रफ्तार से हाथ में चाय का कप भी ले ले तो आप आराम से चले जाएंगे लेकिन आप अगर इनकी बनाए सड़कों पर 60 के ऊपर भी चले तो वह शरीर दर्द हो जाएगा।
• मुख्यमंत्री जिस हेलीकॉप्टर से हवाई दौरे करते हैं और जिस आर्म्ड गाड़ी से चलते हैं वह भी समाजवादियों की देन है।
• मुख्यमंत्री के पास दिन रात सिर्फ समाजवादी मॉडल है।
• जब एयरपोर्ट दिखाना था तो चीन का एयरपोर्ट दिखा दिया। जब फ्लाईओवर दिखाना था तो कोलकाता का दिखा दिया। जब कारखाना दिखाना था तो अमेरिका का दिखा दिया। तो इनसे ज्यादा झूठ कोई बोल नहीं सकता और इस बार में कह सकता हूं कि इस बार बुल और बुलडोजर का उत्तर प्रदेश से पता नहीं चलेगा।
जयंत चौधरी, अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल
हाथरस में जिस तरह से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के बजाय परेशान किया गया उसी तरह की एक और घटना यूपी में हुई है। किसी भी समाज में ज़ीरो टॉलरेंस होना चाहिए, जब हमारी सरकार आएगी तब महिला सुरक्षा पर बड़ी पहल करेंगे और बड़ा परिवर्तन लाएंगे और ऐसे परिवार को न्याय दिलाएंग।
सत्ताधारी चाहते हैं हमारी एकता को तोड़ना, इसमें कही कही न कहीं बीजेपी की बौखलाहट सामने आ रही है और जिस तरह की भाषा सीएम इस्तेमाल कर रहे हैं वो कभी किसी से नहीं सुनी।
आज मौसम कुछ बदला लग रहा है लगता है उन्होंने गोरखपुर से कोशिश करी की मौसम ठंडा हो जाए लेकिन ये किसानों की धरती है और यहां पर उनकी धमकी नही चलेगी, ये भूमि देश की सेवा करने वाले फौजियों की है
केंद्र बजट में मध्यम वर्ग के लिए और किसानों के लिए कुछ नही किया। नरेगा के बजट को काट दिया 24 प्रतिशत बजट काट दिया।