“योगी आदित्यनाथ होते कौन हैं, महिलाओं की ऊर्जा को नियंत्रित करने वाले” : प्रियंका गांधी
लोगों के सवालों के जवाब देतीं प्रियंका गांधी वाड्रा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को ध्यान में रखते हुये कांग्रेस पार्टी की महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने फेसबुक से लाइव संवाद कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमले किए। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ महिलाओं की ऊर्जा को नियंत्रित करने की बात करते हैं। यह भाजपा, योगी आदित्यनाथ और उनकी पार्टी के नेताओं की महिलाओं के प्रति विचारधारा को स्पष्ट करता है। मैं इससे सहमत नहीं हूं, महिलाओं की ऊर्जा देश को बदल सकती है, महिलाओं की ऊर्जा, उनकी करुणा, प्रेम, विवेक, दृढ़ता उनके विशेष गुण हैं। योगी आदित्यनाथ होते कौन हैं, महिलाओं की ऊर्जा को नियंत्रित करने वाले?
कांग्रेस प्रत्याशियों को वोट देने की जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपनी बहनों को कहना चाहती हूं कि जहां जहां महिला प्रत्याशी हैं, वहां वहां आप उन्हें सपोर्ट कीजिए। उनका संघर्ष आपका भी संघर्ष है। जो आज यहां तक पहुंची हैं, उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। कानून व्यवस्था पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी कई प्रत्याशियों पर यूपी पुलिस और यूपी सरकार ने अत्याचार किये हैं। हमने फैसला किया है कि हम उनके हाथ से सत्ता छीनेंगे और उनको देंगे, जिन पर आपने अत्याचार किया है।
किसी पुरुष से ऐसा सवाल क्यों नहीं पूछते?
हस्तिनापुर सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार अर्चना गौतम पर कीचड़ उछालने वाले मामले में प्रियंका गांधी ने पलटवार करते हुए कहा, हस्तिनापुर में जो चुनाव लड़ रही हैं, उन्होंने बहुत संघर्ष किया है और इस जगह पहुंची हैं। उनपर कीचड़ उछाला जा रहा है, मीडिया जिस तरह सवाल कर रहा है, मैं कहना चाहती हूं कि आप नरेंद्र मोदी या किसी पुरुष से ऐसा सवाल क्यों नहीं पूछते? मैं ऐसी राजनीति चाहती हूं जिसमें सकारात्मक बातें हों, जिसमें विकास की बातें हों, जिसमें आपकी बातें हों। हो सकता है कि विपक्षी ये समझें कि हमारे प्रत्याशी कमजोर हैं, लेकिन हमने उनको टिकट इसलिए दिया है ताकि जो लोग अपने जीवन में पीड़ित हैं और संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें मजबूत किया जा सके।
ऑनलाइन प्रतियोगिताएं कराने का फैसला
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोविड के चलते मैराथन कैंसिल करनी पड़ी, लेकिन हमने ऑनलाइन प्रतियोगिताएं कराने का फैसला किया है। आप में से जो भी लड़कियां इसे लेकर उत्साहित हैं, वे ऑनलाइन भाग ले सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी और दूसरी पार्टियों की राजनीति में अंतर है कि हम समझते हैं कि हम आपके प्रति जवाबदेह हैं। जो जवाबदेह नहीं हैं, वे जाति और धर्म के आधार पर वोट मांगते हैं। लेकिन हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं इसलिए हमें काम करना होगा।
आपके लिए काम करना हमारी ड्यूटी
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि आपके लिए काम करना हमारी ड्यूटी, हमारा धर्म है। हम काम करने के बदले एहसान नहीं जताते। कांग्रेस के समय वैक्सीन निर्माण शुरू हुआ था, हमारा नजरिया था कि यह देश की जरूरत है। हमने एहसान नहीं जताया। चुनाव के पहले शिलान्यास हो रहे हैं, लेकिन वे ये नहीं बताते कि पिछले पांच सात साल में क्या हुआ। वे ये पूछते हैं कि 70 साल में क्या हुआ, लेकिन वे ये नहीं बताते कि खुद क्या किया। जबकि आज जिस बुनियाद पर हम खड़े हैं, वह पिछले 70 सालों में बनी है। उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी चुनौती है कि राजनीति का मकसद सकारात्मक बने। बंटवारे की राजनीति खत्म करके विकास की राजनीति करना महत्वपूर्ण है। हमारे सामने आर्थिक चुनौती भी है कि हमारे युवाओं को रोजगार कैसे मिले। स्वास्थ्य और शिक्षा बेहतर कैसे हो।
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान
उन्होंने कई लोगों के पूछे गये सवालों के जवाब दिये। उन्होंने कहा कि हमने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 40% महिलाओं और युवाओं को टिकट दिया है। हमारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान को पूरे देश की महिलाओं ने मजबूती दी है। इस क्रम में वे अपने निजी अनुभवों को भी लोगों के साथ साझा कर रही हैं। खासकर महिलाओं को उन्होंने बताया कि किस तरह लखीमपुर खीरी मामले के दौरान उन्होंने खुद भी यह महसूस किया कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’। इसके बाद उन्होंने प्रदेश की महिलाओं अंदर भी जब वही स्पार्क देखा तो यह अभियान चलाया।
कांग्रेस ने निभायी मजबूत विपक्ष की भूमिका
प्रियंका गांधी ने यह भी बताया कि यूपी में पूरे समय एक मजबूत विपक्ष की भूमिका कांग्रेस ने निभायी। हर गलत काम में सत्ता पक्ष का विरोध जताया। जगह जगह उन्हें यह बताने की कोशिश की कि वे क्या गलत कर रहे हैं। इस दौरान समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव कहीं दूर दूर तक भी नजर नहीं आते थे। उन्होंने कभी भी यूपी की जनता के दर्द को साझा करने की जरूरत नहीं महसूस की, फिर आज वोट लेने के लिये लोगों के पास किस मुंह से पहुंच रहे हैं? और क्यों जनता उनसे कोई सवाल नहीं पूछती?
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राजनीति में आने वाले समय में बदलाव
महिलाओं और युवाओं के मुद्दों से राजनीति में आने वाले समय में क्या बदलाव हो सकता है? सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि राजनीति में जो अहम मुद्दे हैं, वे हमारे देश के भविष्य के मुद्दे हैं। विकास के मुद्दे हैं। सेहत, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के मुद्दे हैं। महिलाओं और युवाओं के मुद्दों को उठाने के पीछे यही एक मकसद है। महिलाओं को हमेशा से ही नकारा गया है। हम आबादी के 50 प्रतिशत हैं। इसके बावजूद राजनीति में हमारी भागीदारी बहुत कम है। महिलाओं को आगे लाने के पीछे मकसद यह है कि महिलाओं के मुद्दों को अब नकारा नहीं जा सकता।
नकारात्मक बातें करने से राजनीति मजबूत होती है लेकिन देश कमजोर होता है
ठीक इसी तरह से हम युवाओं के मुद्दों को भी राजनीति में लाना चाहते हैं। युवा क्या चाहता है? उसे अपने भविष्य की चिंता होती है और हम उनका भविष्य संवारना चाहते हैं। सक्षम होना चाहता है, अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता है, शिक्षा की सुविधायें चाहता है तो इन सब चीजों से देश मजबूत होता है। यही वजह है कि हमने महिलाओं के बाद सबसे ज्यादा टिकट युवाओं को दिये हैं। नकारात्मक बातें करने से राजनीति मजबूत होती है लेकिन देश कमजोर होता है। इसलिये हम चाहते हैं कि हम सकारात्मक राजनीति करें, जिसमें देश के विकास की बात हो, महिलाओं की बात हो, युवाओं की बात हो, जिन जिन पर अत्याचार हो रहा है, उन्हें खड़ा करने वाली बात हो।