UP चुनाव की तस्वीर साफ कर रही है, वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी की यह बातचीत…
यूपी की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं है, योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी उतनी नहीं है, जितनी बीजेपी के विधायकों के खिलाफ है. इसी का फायदा हम सभी को समाजवादी पार्टी की रैलियों में देखने को मिल रहा है.
Uttar Pradesh Assembly elections 2022
बदलते बदलते बहुत बदल गई है यूपी चुनावों की तस्वीर
उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल जरूर गरमा गया है लेकिन चुनावी तस्वीर अभी भी पूरी तरह साफ नहीं है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की विजय यात्रा में उमड़ती भीड़ से उनके ताकतवर होने का आकलन किया जा रहा है, लेकिन क्या ये भीड़ वोटों में तब्दील हो पाएगी.. दूसरी तरफ बीजेपी ने सत्ता में होने का लाभ उठाते हुए योजनाओं की झड़ी लगा दी है.. सरकारी योजनाओं की तरह उदारता से पैसे बांटे जा रहे हैं. इसके अलावा धार्मिक ध्रुवीकरण के भी प्रयास हैं.. इन हालातों में कैसी तस्वीर उभर रही है, इस पर कुमार भवेश चंद्र की सीनियर जर्नलिस्ट राम दत्त त्रिपाठी की बातचीत…
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