मथुरा की मांट सीट को लेकर अखिलेश की SP और जयंत की RLD के बीच घमासान
अखिलेश की SP और जयंत की RLD के बीच मथुरा की मांट सीट को लेकर घमासान
मथुरा की मांट सीट (Mathura Mant Assembly Seat) को लेकर उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर आ रही है कि जयंत चौधरी को समाजवादी पार्टी (सपा) ने करारा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश में एक साथ चुनाव लड़ रही सपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के सामने मथुरा की मांट सीट को लेकर नई चुनौती खड़ी हो गई है। मथुरा की मांट सीट को लेकर दोनों दलों में पेंच फंस गया है।
गठबंधन समझौते के मुताबिक मथुरा की मांट सीट (Mathura Mant Assembly Seat) सपा को मिली है। सपा ने प्रत्याशी का ऐलान भी कर दिया, लेकिन रालोद नेता योगेश नौहवार ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। ना तो रालोद का प्रत्याशी पीछे हटने को तैयार है और ना ही सपा झुकने को राजी है। ऐसे में अब यह भी चर्चा है कि इस टकराव को खत्म करने के लिए खुद जयंत चौधरी इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
दरअसल, रालोद के सदस्य योगेश नौहवार ने अपनी पार्टी द्वारा बी-फॉर्म दिए जाने के बाद मथुरा की मांट सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सोमवार को रालोद-सपा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था, बाद में सपा ने पार्टी के संजय लाठेर को टिकट दिया।
अखिलेश यादव के करीबी हैं संजय लाठर
एमएलसी डॉ. संजय लाठर एक बार फिर मांट विधानसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाने जा रहे हैं। इससे पहले वह 2012 में भी मांट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। तब उन्हें समाजवादी पार्टी के टिकट पर 51 हजार वोट मिले थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले डॉ. संजय लाठर सपा युवजन सभा और सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में एमएलसी के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। 2012 का चुनाव हारने के बाद भी मांट में उनकी सक्रियता रही। उन्होंने मथुरा में ही अपना ठिकाना भी बना लिया।
मांट से अपना नामांकन वापस करने की बात कही
गठबंधन में रार को देखकर रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने मांट से रालोद के उम्मीदवार योगेश नौहवार को दिल्ली बुलाया और मांट से अपना नामांकन वापस करने की बात कही। टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नौहवार ने कहा, ‘मैं अपना नामांकन वापस नहीं लूंगा और अगर पार्टी को मेरी उम्मीदवारी से कोई समस्या है तो वे मेरा चुनाव चिन्ह वापस ले सकते हैं।’ हालांकि, इससे पहले योगेश नौहवार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा कि जो राष्ट्रीय नेतृत्व का आदेश होगा, वह उसे मानेंगे और मांट विधानसभा से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
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श्याम सुंदर शर्मा लगातार आठ बार जीत चुके हैं
बता दें कि नौहवार इस क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता हैं और उन्होंने किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया। सपा जिलाध्यक्ष लोकमणिकांत जादोन ने कहा कि सीटें पहले से तय थीं। दो सपा को और तीन रालोद को आवंटित किए जाने थे। उन्होंने कहा, ‘भ्रम केवल रालोद नेताओं ने ही बनाया है।’
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