UP Election: ओवैसी पर गोली चलाने वाले ने कहा, हिंदू विरोधी बयानों से आहत था, उठते हैं कई सवाल
आरोपी ओवैसी के ‘हिंदू विरोधी’ बयानों से आहत थे
यकीनन ओवैसी के काफिले पर गोली चलाने की इस घटना की निंदा की जानी चाहिये. लेकिन यूपी चुनाव प्रचार के बाद दिल्ली की ओर आ रहे ओवैसी पर गोली चलाने की ये घटना एक सवाल भी उठाती है कि कहीं ये बीजेपी और AIMIM की मिलीभगत तो नहीं? ताकि एक बार फिर हिंदू और मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण करने में उन्हें कामयाबी मिल सके और यूपी के चुनावी दंगल में बाजी फिर से उनकी झोली में हो? सभी जानते हैं कि बीजेपी और AIMIM जैसी पार्टियों का भला इसी बात पर निर्भर करता है कि हिंदू मुस्लिम आपस में लड़ते रहें और वे इस लड़ाई से निकलने वाली आग पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहें.
मीडिया स्वराज डेस्क
यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के बाद मेरठ के किठौर इलाके से दिल्ली जा रहे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर कथित रूप से गोली चलाने के आरोप में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई और उनके बयान भी दर्ज किये गये. इस दौरान उनके काफिले पर भी गोलीबारी की गई थी.
ओवैसी के काफिले पर गोली चलाने के मामले में दो युवकों की गिरफ्तारी पर हापुड़ के पुलिस अधीक्षक दीपक भुकर ने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हमले के संबंध में सचिन और शुभम, दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मामले की जांच फिलहाल चल रही है.” भुकर का कहना है कि आरोपी ओवैसी के ‘हिंदू विरोधी’ बयानों से आहत थे.
पुलिस के मुताबिक, वाहन पर चार गोलियां चलाई गईं. हालांकि हापुड़ जिले के पिलखुवा के पास छजरसी टोल प्लाजा पर शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई इस घटना में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ.
बता दें कि गुरुवार शाम हुये हमले की जानकारी ओवैसी ने खुद ट्वीट करके दी है. उन्होंने लिखा, कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।
सूत्रों के मुताबिक, ओवैसी खुद पर हुए हमले का मामला शुक्रवार को संसद में उठा सकते हैं. बता दें कि ओवैसी ने हमले को लेकर बताया कि हमलावरों ने गाड़ी के एक टायर को पंचर कर दिया. उन्होंने कहा कि वह लोकसभा अध्यक्ष से मिलेंगे और इस संबंध में भारत के चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे.
गोली की इस घटना पर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके अफसोस जाहिर किया. साथ ही लिखा…
लोकतंत्र में किसी भी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष की गाड़ी पर गोली चलने की खबर बेहद दु:खद एवं निंदनीय है।
घटना के जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई हो।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर हमारा लोकतंत्र कहां जा रहा है. क्यों चुनाव के दौरान ऐसी घटनायें सामने आती हैं? क्या वाकई हिंदू और मुस्लिम के बीच की खाई इतनी गहरी खुद चुकी है कि इसे पाटना मुश्किल है या फिर हमारे युवा आज इस कदर भ्रमित हो चुके हैं कि वे किसी भी हद तक घृणित काम को अंजाम देने से पीछे नहीं हटना चाहते.
हालांकि, इस घटना के बाद एक सवाल ये भी उठ रहा है कि कहीं ये बीजेपी और AIMIM की मिलीभगत तो नहीं? ताकि एक बार फिर हिंदू और मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण करने में उन्हें कामयाबी मिल सके और यूपी के चुनावी दंगल में बाजी फिर से उनकी झोली में हो? क्योंकि ये सभी जानते हैं कि बीजेपी और AIMIM जैसी पार्टियों का भला इसी बात पर निर्भर करता है कि हिंदू मुस्लिम आपस में लड़ते रहें और वे इस लड़ाई से निकलने वाली आग पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहें.
देखिये, सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो भी इस बात की तस्दीक करता दिखाई देता है.
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