कांग्रेस में वायदे के मुताबिक 40% टिकट महिलाओं को, देखें पूरी लिस्ट…

125 प्रत्याशियों की पहली सूची में 50 उम्मीदवार महिलाएं

‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के नारे के साथ 40% टिकट महिलाओं को देकर यूपी की राजनीति को बदलने का प्रयास करती दिख रही हैं कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा। आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए यूपी कांग्रेस के 125 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। वायदे के मुताबिक कांग्रेस ने 40% टिकट महिलाओं को दिया है।

इस मौके पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हमने अपना वायदा निभाते हुये 40% टिकट महिलाओं को और 40% टिकट युवाओं को दिया है।

प्रियंका गांधी ने कहा कि 125 प्रत्याशियों की पहली सूची में 40% टिकट महिलाओं को यानि 50 उम्मीदवार महिलाएं हैं। हमने प्रयास किया है कि संघर्षशील और पूरे प्रदेश में नई राजनीति की पहल करने वाले लोग हमारे प्रत्याशी हों। प्रियंका ने कहा, “इस लिस्ट में कुछ महिला पत्रकार हैंं। एक अभिनेत्री हैं और बाकी संघर्षशील महिलाएं हैं, जिन्होंने कांग्रेस में रहते हुए कई साल संघर्ष किया है।” उन्होंने कहा, “पार्टी ने जीतने और लड़ने की क्षमता देखकर महिला उम्मीदवारों को चुना है। आज यूपी में तानाशाही सरकार है। हमारी कोशिश मुद्दों को केंद्र में लाने की है।”

उत्तरप्रदेश में नई राजनीति की शुरुआत

हमारे प्रत्याशी: नया विकल्प देने वाले प्रत्याशी

संघर्ष करने वाले प्रत्याशी, उत्तरप्रदेश को आगे बढ़ाने की सोच रखने वाले प्रत्याशी और उत्तरप्रदेश की जीत सुनिश्चित करने वाले प्रत्याशी

नई ऊर्जा, युवा ऊर्जा, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय की बुलंद आवाज़ के प्रतीक

उन्नाव की उस लड़की की माँ हमारी प्रत्याशी है जिसने सत्ताधारी दल के बलात्कारी विधायक के ख़िलाफ़ न्याय का संघर्ष किया

शाहजहाँपुर की वो आशा बहन हमारी प्रत्याशी है जो मुख्यमंत्री की सभा में अपना हक़ माँगने पहुँची तो उसको पीट-पीट कर उसका हाथ तोड़ दिया गया, लेकिन उनकी आवाज़ नहीं दबा सके

लखीमपुर की वो जनप्रतिनिधि हमारी प्रत्याशी हैं जिसने भाजपा के ख़िलाफ़ ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ने की हिम्मत जुटाई तो भाजपा वालों ने उसका चीरहरण किया, लेकिन उसका मनोबल नहीं गिरा पाए

लखनऊ की वो महिला हमारी प्रत्याशी हैं जिनको नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध दर्ज कराने के चलते प्रताड़ित किया गया, लेकिन वो फिर भी सच्चाई के साथ डटी रहीं

सोनभद्र का वो आदिवासी भाई हमारे प्रत्याशी है जिनके आदिवासी भाई बहनों का दबंगों ने नरसंहार किया। सत्ता ने उनके साथ न्याय नहीं किया लेकिन उन्होंने न्याय व संघर्ष का पथ नहीं छोड़ा

आप इन आवाज़ों को देखिए। ये यूपी की आवाज़ें हैं। यूपी के असल मुद्दों पर संघर्ष करने वाली आवाज़ें हैं।

हमारी लिस्ट में 40% महिलाएँ (125 में से 50 महिलाओं को टिकट)


युवाओं की संख्या: लगभग 40% युवाओं को टिकट (125 में से 45 युवा)

प्रत्याशियों की संघर्ष की कहानियाँ:

आशा सिंह

उन्नाव में अपनी बेटी के बलात्कार के बाद सत्ताधारी भाजपा के विधायक के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी, उनके पति की हत्या तक कर दी गई  

रितु सिंह

ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भाजपा की हिंसा 

रितु सिंह को कैसे चुनाव लड़ने से रोका गया 

उनके कपड़े फाड़े गए  

रामराज गोंड

उम्भा में दबंगों द्वारा आदिवासियों का नरसंहार पूरे देश ने देखा  

योगी सरकार ने न्याय देने के लिए कुछ नहीं किया  

आदिवासियों के संघर्ष की मज़बूत आवाज़ बनकर उभरे  

पूनम पांडेय

आशा बहनें कोरोना के समय उत्तरप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की जान थीं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना लगकर अपनी ड्यूटी दी। जब आशा बहनें मुख्यमंत्री की शाहजहाँपुर में अपना मानदेय बढ़ाने की माँग लेकर पहुँची उसमें पूनम पांडेय समेत सभी आशा बहनों को निर्ममता से पीटा गया। पूनम पांडेय न्याय की वो आवाज़ हैं जिन्होंने सम्मानजनक मानदेय की लड़ाई छोड़ी नहीं। 

पूरे प्रदेश की आशा बहनों की आवाज़   

सदफ जफ़र

नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों के दौरान सदफ पर झूठे मुक़दमे लगाए गए  

पुरुष पुलिस ने उन्हें पीटा  

उनके बच्चों से अलग करके उनको जेल में डाला गया  

सदफ सच्चाई के साथ डटी रहीं  

अल्पना निषाद

नदियाँ निषादों की जीवनरेखा हैं। नदियों और उनके संसाधन पर निषादों का हक़ होता है।  

बसवार, प्रयागराज में बड़े खनन मफ़ियाओं के दबाव के चलते निषादों को नदियों से बालू निकालने के लिए भाजपा सरकार की पुलिस ने पीटा  

निषादों की नावें जलाई गईं 

अल्पना निषाद निषादों के हक़ों के संघर्ष की आवाज़ बनीं

40% टिकट महिलाओं को, कुछ महत्वपूर्ण नाम, जिन्हें कांग्रेस पार्टी की ओर से ​टिकट ​जारी किये गये हैं…

  1. कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद को टिकट दिया है।
  2. शाहजहांपुर से आशा कार्यकर्ता पूनम पांडे को प्रत्याशी बनाया गया है। पूनम पांडेय ने मानदेय बढ़ाने के लिए आंदोलन किया था। पुलिस ने बर्बरता से उनकी पिटाई की थी और बस में घसीटते हुये ले गये थे।
  3. लखनऊ सेंट्रल से सदफ जफर, सदफ NRC विरोधी आंदोलन में जेल गई थीं।
  4. रामपुर खास से आराधना मिश्रा (मौजूदा विधायक)
  5. सोनभद्र नरसंहार पीड़ितों के लिए आवाज उठाने वाले नेता को उम्भा से टिकट
  6. नोएडा से पंखुड़ी पाठक
  7. हस्तिनापुर से अर्चना गौतम
  8. उन्नाव से आशा सिंह

… ऐसे कई प्रमुख नाम इस लिस्ट में शामिल हैं।

हमारी कोशिश मुद्दों को केंद्र में लाने की- प्रियंका

प्रियंका गांधी ने कहा कि इस ऐतिहासिक बदलाव के साथ हम राज्य में एक नई राजनीति का प्रारंभ करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं पहली बार चुनाव लड़ रही हैं, वे संघर्षशील और हिम्मती महिलाएं हैं। कांग्रेस पार्टी उन्हें पूरा सहयोग करेगी।

देखें पूरी वीडियो…

Priyanka Gandhi Press Conference || LIVE

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हमारी भूमिका बढ़े, हमारी पार्टी मजबूत बने। हमने तय किया है कि हम नकरात्मक कैंपेन नहीं करेंगे। हम सकारात्मक मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे। महिलाओं, दलितों, युवाओं के मसलों पर चुनाव लड़ेंगे ताकि प्रदेश आगे बढ़े। हमारे पास बहुत सी महिलाओं के आवेदन आए, उनमें से कई ऐसी हैं जिन्हें कभी मौका नहीं मिला। कई ऐसी हैं जिन्होंने बहुत संघर्ष किया है और पहली बार चुनाव लड़ रही हैं।

‘आया राम गया राम’ हर चुनाव में

नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा, “कई कांग्रेस नेताओं के पार्टी से जाने पर उन्होंने कहा कि ‘आया राम गया राम’ हर चुनाव में, हर पार्टी में होता है। मुझे नहीं लगता कि यह कोई ऐसी चीज है जिससे किसी पार्टी को घबराना चाहिए। अगर हमारे साथी जाते हैं तो हमें लगता है कि वे हमारे संघर्ष से पीछे हट रहे हैं। अपनी सूची से हम संदेश देना चाहते हैं कि राजनीति का असली मकसद सेवा है। यह काफी हद तक बदल चुका है, लेकिन हम इस मकसद को वापस लाना चाहते हैं।”

10 मार्च को आएंगे यूपी चुनाव के नतीजे

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा। यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 15 जनवरी तक किसी भी राजनीतिक रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं दी है।

इसे भी पढ़ें:

क्या ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं…’ नारे को लेकर यूपी में खरी उतर पाएगी कांग्रेस?

यहां देखें उम्मीदवारों की पूरी सूची-

congress list

क्रम- विधानसभा सीट– प्रत्याशी

  1. नजीबाबाद — हाजी मोहम्मद सलीम अंसारी।
  2. नगीना — हेनरीता राजीव सिंह।
  3. नेहतौर — मीनाक्षी सिंह।
  4. मुरादाबाद ग्रामीण — मोहम्मद नदीम।
  5. मुरादाबार नगर — मोहम्म रिजवान कुरैशी।
  6. असमोली — हाजी मरघूब आलम।
  7. संभल — निदा अहमद।
  8. स्वार — हैदर अली खान।
  9. चमरौआ — यूसुफ अली यूसुफ।
  10. बिलासपुर — संजय कपूर।
  11. रामपुर — काजिम अली खान।
  12. धनौरा — समर पाल सिंह।
  13. अमरोहा — सलीम खान।
  14. हस्तिनापुर — अर्चना गौतम।
  15. किठौर — बबिता गुर्जर।
  16. छपरौली — यूनुस चौधरी।
  17. लोनी — यामीन मलिक।
  18. मुरादनगर — बिजेंद्र यादव।
  19. गाजियाबाद — सुशांत गोयल।
  20. गढ़मुक्तेश्वर — आभा चौधरी।
  21. नोएडा — पंखुड़ी पाठक।
  22. दादरी — दीपक भाटी चोटीवाला।
  23. जेवर — मनोज चौधरी।
  24. बरौली — गौरंग देव चौहान।
  25. अतरौली — धर्मेंद्र कुमार।
  26. कोल — विवेक बंसल।
  27. अलीगढ़ — मोहम्मद सलमान इम्तियाज।
  28. गोर्द्घन — दीपक चौधरी।
  29. मथुरा — प्रदीप माथुर।
  30. बलदेव — विनेश कुमार संवल वाल्मीकि।
  31. एम्मादपुर — शिवानी सिंह बघेल।
  32. आगरा दक्षिण — अनुज शर्मा।
  33. आगरा उत्तर — विनोद कुमार बंसल।
  34. आगरा देहात — उपेंद्र सिंह।
  35. खैरागढ़ — रामनाथ सिकरवार।
  36. फतेहाबाद — होतम सिंह निषाद।
  37. बाह — मनोज दीक्षित।
  38. टुंडला — योगेश दिवाकर।
  39. जसराना — विजय नाथ सिंह वर्मा।
  40. शिकोहाबाद — शशि शर्मा।
  41. सिरसागंज — प्रतिमा पाल।
  42. एटा — गुंजन मिश्रा।
  43. मैनपुरी — विनीता शाक्य।
  44. करहल — ज्ञानवती यादव।
  45. बिसौली — प्रज्ञा यशोदा।
  46. बदायूं — रजिनी सिंह।
  47. बहेरी — संतोष भारती।
  48. मीरगंज — मोहम्मद इलियास।
  49. बरेली कैंट — सुप्रिया अरोन।
  50. आंवला — ओमवीर यादव।
  51. बरखेरा — हरप्रीत सिंह छब्बा।
  52. पूरनपुर — ईश्वर दयाल पासवान।
  53. जलालाबाद — गुरमीत सिंह।
  54. तिहार — रजनीश कुमार गुप्ता।
  55. पवायां — अनुज कुमारी।
  56. ददरौली — तनवीर सफदर।
  57. सहारनपुर — पूरन पांडेय।
  58. मोहम्मदी — रितु सिंह।
  59. सीतापुर — शमीना शफीक।
  60. बांगरमऊ — आरती वाजपेयी।
  61. बिसवां — अभिनव भार्गव।
  62. मोहान — मधु रावत।
  63. उन्नाव — आशा सिंह।
  64. बख्शी का तालाब — ललन कुमार।
  65. सरोजनी नगर — रुद्र दमन सिंह।
  66. लखनऊ मध्य — सदफ जफर।
  67. लखनऊ कैंट — दिलप्रीत सिंह।
  68. मोहनलालगंज — ममता चौधरी।
  69. बछरावां — सुशील पासी।
  70. तिलोई — प्रदीप सिंघल।
  71. सलोन — अर्जुन पासी।
  72. जगदीशपुर — विजय पासी।
  73. कादीपुर — निकलेश सरोज।
  74. फर्रुखाबाद — लुईस खुर्शीद।
  75. औरैया — सरिता दोहरे।
  76. बिल्हौर — ऊषा रानी कोरी।
  77. आर्य नगर — प्रमोद कुमार जायसवाल।
  78. किदवई नगर — अजय कपूर।
  79. कानपुर कैंट — सोहैल अख्तर अंसारी।
  80. महाराजपुर — कनिष्का पांडेय।

इसे भी पढ़ें:

चित्रकूट में गूंजा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा, प्रियंका बोलीं, एकजुट हो राजनीति में आएं महिलाएं

Leave a Reply

Your email address will not be published.

twenty + twenty =

Related Articles

Back to top button