UPElection2022 News in Brief : पंकज सिंह के प्रचार के लिये पहुंचे मनोज तिवारी का विरोध
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की हलचल 3 फरवरी
UP Election 2022 Latest News (February 03 Latest UP News) : उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल जोरों पर है. हर रोज कुछ न कुछ नई घटनायें यहां हो रही हैं, जिनके बारे में जानना हमारे लिये जरूरी हो जाता है. कम शब्दों में आप यूपी की सभी नई राजनीतिक घटनाओं से रूबरू होते रहें, इसलिये फटाफट पढ़िये ये खबरें…
राजनाथ सिंह के बेटे के प्रचार के लिये पहुंचे मनोज तिवारी का विरोध
नोएडा में भाजपा प्रत्याशी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का प्रचार करने पहुंचे सांसद मनोज तिवारी को विरोध का सामना करना पड़ा. मनोज तिवारी का विरोध कर रहे लोगों ने न सिर्फ उनके खिलाफ नारेबाजी की. बल्कि, उन्हें जूता तक दिखा दिया. उनके विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.है. वीडियो सेक्टर-17 की झुग्गियों का बताया जा रहा है.
इसमें अखिलेश यादव जिंदाबाद का नारा लागाते हुए लोग उन्हें वापस जाने के लिए कह रहे हैं. इस बीच एक वोटर पहले नारे लगाता है फिर जूता दिखाकर विरोध करता है.
बता दें कि सांसद मनोज तिवारी नोएडा से चुनावी मैदान में उतरे पंकज सिंह का प्रचार करने पहुंचे थे.इस दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. वीडियो में एक महिला भी मनोज तिवारी का विरोध करती नजर आ रही है. वीडियो में नजर आ रहा है कि मनोज तिवारी के प्रचार के दौरान एक महिला भी अखिलेश यादव का नारा लगाते हुए वहां से चली जाती है.ये वीडियो नोएडा के सेक्टर-17 स्थित झुग्गी-झोपड़ी का बताया जा रहा है. मनोज तिवारी भाजपा प्रत्याशी के लिए डोर टू डोर कैंपेन करने पहुंचे थे. इसकी शुरुआत शाम को सेक्टर-17 झुग्गी झोपड़ी से हुई थी. यही उनका विरोध हो गया. विरोध के बावजूद मनोज तिवारी ने श्रमिक कुंज, सेक्टर-66, सेक्टर-71, सेक्टर-82 में डोर टू डोर कैंपेन चलाकर लोगो से पंकज सिंह को भारी बहुमत से जिताने की अपील की.
कांग्रेस की सातवीं लिस्ट जारी, चार सीटों पर बदले प्रत्याशी
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बुधवार को अपने उम्मीदवारों की सातवीं लिस्ट जारी की. इस सूची में 27 उम्मीदवारों को टिकट दिए गए हैं, जिसमें 11 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 346 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जिनमें 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिया गया है. इस बार चार सीटों में उम्मीदवार का नाम बदला गया है. इसमें कुरसी, बाराबंकी, भींगा और पिपराईच विधानसभा सीट शामिल हैं.
कुरसी से जमील अहमद के बजाय उर्मिला पटेल को टिकट
कुरसी से जमील अहमद की जगह उर्मिला पटेल को टिकट मिला है. बाराबंकी से गौरी यादव की जगह रूही अरशद को टिकट दिया गया है.
भींगा से वंदना शर्मा की जगह गजाला चौधरी बनीं प्रत्याशी
भींगा से वंदना शर्मा की जगह गजाला चौधरी को टिकट मिला है.
पिपराईच से मेनका पांडेय की जगह सुमन चौहान को टिकट
जबकि पिपराईच से मेनका पांडेय की जगह सुमन चौहान को टिकट दिया गया है.
लखनऊ ईस्ट से पंकज तिवारी की जगह मनोज तिवारी उतरेंगे
इसके अलावा इस सूची में तीन पुरुष उम्मीदवारों के नाम भी बदले गए हैं. इनमें लखनऊ ईस्ट से पंकज तिवारी की जगह मनोज तिवारी को टिकट मिला है.
खलीलाबाद से सबीना खातून की जगह अमरेन्द्र भूषण बने प्रत्याशी
खलीलाबाद से सबीना खातून की जगह अमरेन्द्र भूषण को टिकट दिया गया है.
मऊ से मानवेन्द्र बहादुर सिंह नहीं, मानवेन्द्र सिंह मैदान पर
जबकि मऊ से मानवेन्द्र बहादुर सिंह की जगह माधवेन्द्र सिंह को टिकट मिला है.
सिराथू से सीमा देवी करेंगी केशव प्रसाद मौर्य का मुकाबला
कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से सीमा देवी को उम्मीदवार बनाया गया है. इस सीट पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के उम्मीदवार हैं.
गोसाईगंज से शारदा जायसवाल को टिकट
कांग्रेस ने गोसाईगंज से शारदा जायसवाल को टिकट दिया गया है.
अखिलेश और शिवपाल यादव के सामने कांग्रेस ने नहीं उतारा प्रत्याशी
इससे पहले कांग्रेस ने सौहार्द दिखाते हुए अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा. आपको बता दें कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के उतार चढ़ाव भरे रिश्ते के वाबजूद अखिलेश की पार्टी सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली और राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से अपना उम्मीदवार नहीं उतारती है. इस बार दोनों पार्टियां चुनावी मैदान में एक दूसरे के साथ नहीं हैं, लेकिन फिर भी कांग्रेस की ओर से सौहार्द का नमूना पेश किया गया है.
कोई हारे या जीते, चुनाव के बाद इन सीटों पर होगा लोकसभा उपचुनाव
करहल वो सीट है जहां पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनौती दे रहे हैं, कभी मुलायम सिंह के सुरक्षा अधिकारी रहे एसपीएस बघेल. रोचक बात ये है कि कि अखिलेश आजमगढ़ से सांसद हैं तो एसपीएस बघेल आगरा से सांसद हैं. बघेल मोदी सरकार में मंत्री भी हैं. अखिलेश यादव और एसपीएस बघेल की करहल में मुकाबले के बाद हार जीत चाहे दोनों में से किसी की हो पर एक संसदीय सीट आगरा या आजमगढ़ में उपचुनाव होना तय है. अब देखना यह है कि आगरा या आजमगढ़ में से किस क्षेत्र की जनता अपना नया सांसद चुनती है. नियम ये है कि अगर कोई जनप्रतिनिधि एक सदन का सदस्य रहते हुए दूसरे सदन का सदस्य चुना जाता है तो उसे अपनी सीट 6 महीने के भीतर खाली करनी पड़ेगी और वहां दोबारा चुनाव होंगे.
इसी तरह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सलिल विश्नोई भी इस बार मैदान में हैं. ये तीनों उच्च सदन यानी विधान परिषद के सदस्य हैं. मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर सदर से, डिप्टी सीएम केशव मौर्य सिराथु से और सलिल विश्नोई को पार्टी ने कानपुर की सीसामऊ सीट से प्रत्याशी बनाया है. इन तीनों के चुने जाने पर विधानपरिषद में इनकी सीटें भी खाली होंगी.
बुलंदशहर में आज सियासी गर्मी दिखी, अमित शाह, प्रियंका गांधी और अखिलेश-जयंत ने भरी हुंकार
आज बुलंदशहर में चार सियासी दिग्गज मैदान में उतरे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी जनता के बीच पहुंचीं। प्रियंका बुलंदशहर के दोहरऊ में रेप पीड़िता के घर पहुंच रही हैं। दूसरी ओर, बीजेपी की ओर से गृहमंत्री अमित शाह ने हुंकार भरी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रालोद मुखिया जयंत चौधरी का भी यहां कार्यक्रम रहा।
बुलंदशहर के दोहरऊ में रेप पीड़िता के घर पहुंचीं प्रियंका
ताजा जानकारी के मुताबिक इसके फौरन बाद प्रियंका बुलंदशहर के दोहरऊ में रेप पीड़िता के घर पहुंच रही हैं।
याद दिला दें कि बुलंदशहर में हाथरस जैसी घटना हुई थी। रेप करके पीड़िता की हत्या कर दी गयी थी। घर वालों का आरोप है कि पुलिस ने आनन फानन में लड़की का शव जबरन जलवा दिया था।
जहांगीराबाद में प्रियंका गांधी का जनसंपर्क अभियान
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी आज जहांगीराबाद में जनसपंर्क के लिये पहुंचीं। मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने और जनता की मांग पर प्रियंका ने ये कार्यक्रम आयोजित किये।
जहांगीराबाद और डिबाई पहुंचे अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जहांगीराबाद के नवीन अनाज मंडी पहुंचे और जनसभा को संबोधित किया। करीब 45 मिनट बाद वे डिबाई के कुबेर इंटर कालेज पहुंचे, जहां ढाई बजे तक जनसभा को संबोधित करेंगे।
पुलिस लाइन पहुंचे अखिलेश और जयंत
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद के मुखिया जयंत चौधरी ने आज पुलिस लाइन के डीएम रोड पर जनसभा किया और संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन भी किया। उन्होंने जनसंपर्क करते हुए काला आम चौराहा, धमेड़ा अड्डा, अगौता, स्याना विधानसभा के सैदपुर, बीबीनगर, गांव सटला, चितसोना, स्याना, अनूपशहर विधानसभा के लखावटी, औरंगाबाद, जहांगीराबाद, शिकारपुर विधानसभा के गांव चांदौक, शिकारपुर कस्बा, खुर्जा विधानसभा के खुर्जा रोड, चौला चौकी, सिकंदराबाद विधानसभा के गांव धनौरा से ककोड़ तक जनसंपर्क कार्यक्रम चलाया।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ पर ब्लेड और केमिकल से हमले की कोशिश
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह आज नामांकन करने के लिए जा रहे थे। इसी बीच एक युवक ने मंत्री पर हमले का प्रयास किया। बताया जाता है कि मंत्री मुंडेरा स्थित अपने कार्यालय पर पहुंचे थे। वे सीढ़ी पर चढ़ रहे थे कि एक युवक उनकी तरफ तेजी से लपका। वह हमला कर पाता कि आसपास मौजूद कार्यकर्ताओं ने उसे दबोच लिया। उसके पास से ब्लेड और केमिकल बरामद किया गया है। उसे तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया गया। भाजपा पार्षद अखिलेश सिंह ने बताया कि मौके पर वे भी मौजूद थे।
उधर, इस संबंध में सीओ संतोष सिंह का कहना है कि हमले की जानकारी फिलहाल उन्हें नहीं है। मामले की जांच कराई जा रही है। आरोपी कर्नलगंज कोतवाली इलाके के कटरा का निवासी बताया जा रहा है। बताया जाता है कि वह पहले बीजेपी से जुड़ा था। कुछ समय पहले उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
सपा ने गुपचुप बदले कई उम्मीदवार, सूची में नाम किसी का, नामांकन किसी और का
लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने ऐन मौके पर गुपचुप तरीके से कई उम्मीदवार बदल दिए। स्थिति यह है कि पार्टी की ओर से घोषित सूची में नाम किसी और का है और बाद में नामांकन किसी दूसरे उम्मीदवार ने कर दिया। यह समस्या लगातार बनी हुई है। ऐसे में पार्टी के नेता दबी जुबान से यह भी कहने लगे हैं कि पर्चा दाखिल कर देना, पार्टी का उम्मीदवार होने की गारंटी नहीं है।
अलीगढ़ से सलमान के बजाय जफर आलम उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी अब तक 218 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। इसमें कई स्थानों पर टिकट बदलने पड़े हैं। पार्टी ने अलीगढ़ से सलमान को उम्मीदवार घोषित किया था। बाद में यहां से जफर आलम को उम्मीदवार बना दिया गया।
सहारनपुर के देवबंद सीट पर कार्तिकेय राणा
सहारनपुर के देवबंद सीट पर कार्तिकेय राणा और माबिया अली के बीच विवाद रहा। यहां कार्तिकेय मैदान में हैं।
मांट से सपा ने संजय लाठर
मांट से सपा ने संजय लाठर और रालोद उम्मीदवार योगेश ने पर्चा भर दिया था। अब संजय लाठर मैदान में हैं।
जालौन जिले की कालपी सीट से श्रीराम पाल नहीं, विनोद चतुर्वेदी मैदान में
इसी तरह जालौन जिले की कालपी सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीराम पाल को पार्टी की पहली सूची में उम्मीदवार घोषित किया गया, लेकिन बाद में उन्हें मना कर दिया गया। यहां से कांग्रेस से आए विनोद चतुर्वेदी ने सपा उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है।
बांदा के नरैनी से दद्दू प्रसाद की जगह किरन वर्मा उम्मीदवार
कुछ ऐसी ही स्थिति बांदा के नरैनी की भी रही। यहां पार्टी ने दद्दू प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन पर्चा भरा है जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष किरन वर्मा ने।
कानपुर के किदवई नगर से ममता तिवारी की जगह अभिमन्यु गुप्ता
सपा की ओर से जारी सूची में कानपुर के किदवई नगर से ममता तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया, जबकि पर्चा भरा है अभिमन्यु गुप्ता ने। कुछ ऐसी ही स्थिति अन्य सीटों पर भी है।
मोहनलालगंज से अंबरीश पुष्कर के बजाय सुशीला सरोज नये उम्मीदवार
इसी तरह लखनऊ में मोहनलालगंज विधायक अंबरीश पुष्कर ने पर्चा भर दिया। अगले ही दिन उनका टिकट बदल दिया गया। यहां से पूर्व सांसद सुशीला सरोज को उम्मीदवार बनाया गया है। मलिहाबाद से टिकट लेने के बाद पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने मना कर दिया था, तो उन्हें मोहनलालगंज से मैदान में उतारा गया है।
चुनाव लड़ने से किया इनकार
समाजवादी पार्टी में कई टिकट के लिए जूझ रहे हैं, तो कई टिकट मिलने के बाद मनचाही सीट नहीं होने की वजह से मना भी कर दे रहे हैं। मलिहाबाद से टिकट लेने के बाद पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने मना कर दिया था, तो उन्हें मोहनलालगंज से मैदान में उतारा गया है। इसी तरह बुधवार को जारी सूची में मटेरा से मो. रमजान को मैदान में उतारा गया, लेकिन उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। मो. रमजान का कहना है कि मटेरा विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं किया है। ऐसे में वहां से चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं है। नई जगह से टिकट देना था तो पहले बताना चाहिए था। इसी तरह राजधानी की कौंट और मध्य क्षेत्र से भी उम्मीदवारों की घोषणा के बाद पर्चा दाखिल करने से मना कर दिया गया।
केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू से भरा नामांकन
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को सिराथू विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान मंझनपुर स्थित कलेक्ट्रेट में गहमागहमी का माहौल रहा। इस दौरान केशव प्रसाद के साथ सिराथू के निवर्तमान विधायक लाल बहादुर के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष अनीता मौजूद रहीं। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ रहीं।
सिराथू से भाजपा प्रत्याशी मौर्य, दोपहर तकरीबन 12.30 बजे अपना नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे। नामांकन से पहले उन्होंने कड़ा में मां शीतला माता का दर्शन पूजन किया।
यूपी में किस प्रत्याशी पर कितने मामले दर्ज, कौन कितना अमीर, जानें…
विधानसभा चुनाव में पहले चरण के 11 जिलों की 58 सीट पर होने वाले चुनाव में उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण कर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स वॉच ने बुधवार को रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार सूबे में मेरठ के प्रत्याशी टॉप पर हैं। यहां सबसे अमीर भाजपा के कैंट विधानसभा सीट प्रत्याशी अमित अग्रवाल हैं, जिनके पास 148 करोड़ की संपत्ति हैं। वहीं टॉप टेन में 9वें नंबर पर सरधना सीट से भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम हैं। इनके पास 33 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
मेरठ में सात विधानसभा सीटों पर 29 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे मामलों की संख्या के हिसाब से टॉप टेन में से पांच प्रत्याशी मेरठ जिले के हैं। इनमें पहले नंबर पर सरधना से सपा उम्मीदवार अतुल प्रधान के खिलाफ 38 मामले दर्ज हैं। इसमें 26 धाराएं गंभीर अपराध से जुड़ी हैं।
वहीं, 32 मुकदमे हस्तिनापुर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार योगेश वर्मा पर हैं। इसमें 71 धाराएं गंभीर अपराध की हैं। इसमें हत्या के प्रयास की धाराएं भी शामिल हैं।
तीसरे नंबर पर भाजपा के सिवालखास सीट से उम्मीदवार मनिंदर पाल हैं। उनके खिलाफ कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें 36 धाराएं गंभीर अपराध की हैं। एआईएफबी के सिवालखास प्रत्याशी अमित जानी पांचवें और मेरठ कैंट से भाजपा प्रत्याशी अमित अग्रवाल 10वें नंबर पर हैं। सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम के खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे किठौर सीट से प्रत्याशी शाहिद मंजूर पर भी दो मुकदमे दर्ज हैं।
योगी ने सरकार की 5 साल की उपलब्धियां बताईं, कहा- कोरोना महामारी चुनौती बनी
मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार सुबह प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हम पांच साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। पांच साल पहले जब यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुछ संकल्प लिए थे, उन संकल्प की दिशा में सरकार ने जो किया है, उसकी रिपोर्ट देना मेरा कर्तव्य है। पांच साल में से तीन साल तक सरकार ने बेहतर काम कर प्रदेश की छवि को बदलने का काम किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने ‘यूपी में योगी है उपयोगी’ गीत लांच किया।
दो साल में कोरोना महामारी जीवन और जीविका को बचाने की चुनौती थी। यूपी में कोरोना प्रबंधन को दुनिया ने सराहा है। उत्तर प्रदेश की शतप्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है। 70 फीसदी से अधिक को दूसरी डोज लग गई है। 1538992 को बूस्टर डोज लग गई है। 15 से 17 वर्ष की आयु के 1 करोड़ से अधिक को डोज लग गई है। पहली लहर को नियंत्रण के बाद बहुत सारी परेशानी और चुनौतियों से मुकाबला किया। 40 लाख प्रवासी कामगार और श्रमिकों को घर पहुंचाने के साथ भोजन की व्यवस्था की।
योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में आक्सीजन प्लांट, यूपी में औद्योगिकीकरण और उद्योगों में निवेश, पारदर्शी तरीके से पुलिस की भर्ती और प्रोन्नति, पेशेवर माफिया की संपत्ति जब्त और माफियाराज पर बुलडोजर चलाना, कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखना जैसे कई काम गिनवाये।