कल्याण सिंह से मिलने के बाद उमा भारती भावुक
भारतीय जनता पार्टी नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती बुधवार को संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से मिलकर भावुक हो गयीं .
एक बयान में सुश्री उमा भारती ने कहा , “ जब मैं पीजीआई लखनऊ में अपने बड़े भाई उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याणसिंह जी का हालचाल जानने के लिए उनके सामने पहुँची तो जैसे यादों के गलियारों में पहुँच गई। आदरणीय कल्याणसिंह जी भारत के राजनीति की दुर्लभ व्यक्तित्व हैं ।”
मैं उन्हें 1973 से जानती हूँ जब मैं 12 वर्ष की थी और अलीगढ़ में प्रवचन करने गयी तब भाईसाहाब उस जिले से विधायक थे । उस समय भी उनके व्यक्तित्व की गरिमा एवं बड़प्पन की छाप मेरे स्मृति में अंकित हैं ।
भाजपा , जनसंघ के समय से राष्ट्रवादी जीवन जीनेवाले तपस्वी कार्यकर्ताओं की पार्टी थी किन्तु पिछड़े एवं दलितों का भाजपा से जुड़ाव नाममात्र को था ।
भारत के युपी , बिहार एवं मध्यप्रदेश जैसे महत्त्वपूर्ण राज्यों के पिछड़े वर्गों का जुड़ाव रामजन्मभूमि के आंदोलन के समय पर शुरू हुआ एवं कल्याणसिंह जी को उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाये जाते ही यह आधार मज़बूत हो गया ।
फिर तो जैसे लहर सी आ गयी और 2019 का लोकसभा का चुनाव आते आते यह सैलाब में बदल गया ।
अयोध्या आंदोलन और कल्याणसिंह जी के समय जो शुरुआत हुई वह विकास एवं राष्ट्रवाद के राजनीति का प्रारंभिक दौर था । राम एवं रोटी का मेल होने लगा था ।
अब तो मोदी जी पिछडो, दलितों सभी अभावग्रस्त लोगों की आशा के केंद्र एवं सर्व जनसमाज के विरले नेता हैं ।
भारत को आज़ादी के बाद से ही जैसे मोदी जी का इंतज़ार था और ज़रूरत थी । उन्हें प्रधानमंत्री के पद पर देखकर आत्मतुष्टि एवं गौरव होता हैं । भारतमाता परम वैभव को प्राप्त करे एवं वैभवशाली भारत के वैभव में पिछड़े, दलित एवं अल्पसंख्यक सबको भागीदारी मिले तो गांधी जी का रामराज्य का सपना पूरा होगा ।
कल्याणसिंह जी उन विरले नेताओं में से थे जिन्होने भारत को राम मंदिर से रामराज्य की ओर ले जाने में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया हैं । मैं भगवान से प्रार्थना कर रही हूँ की वो शीघ्र स्वस्थ होकर हम सब के बीच वापस लौटे ।
कल्याण सिंह को गंभीर रूप से बीमार जानते हुए भाजपा के लगभग बड़े नेता पीजीआई आ चुके हैं .