सोमरस का आधुनिक यज्ञ
डा चन्द्र विजय चतुर्वेदी –प्रयागराज, मुम्बई से
हे आधुनिक सोमरस का
पान करने को आतुर महान आत्माएं
इस महान देश को विश्व गुरु
के आसन तक पहुंचाने के लिए
एक नया राह दिखला दिया है
तुम वंदनीय हो
सामान्य जन समझ नहीं पा रहे हैं
तुम्हारे ज्ञान को तप साधना को
तुम्हारी महान आध्यात्मिकता को
तुम अपने शरीर के अग्निकुंड में
देशप्रेम के जिस वैश्वानर अग्निदेव
का आवाहन किया है
उसमे तुम आधुनिक सोमरस
की समिधा
विश्वदेवों के लिए अर्पित कर रहे हो
जिससे आधुनिक देवाधिदेव इंद्र
समस्त देवों सहित प्रसन्न होकर
तुम्हे मुक्ति प्रदान कर सके
और इस महान देश को
विश्वगुरु के आसन पर प्रतिष्ठित कर सके
देश के कल्याणार्थ राजस्व में
तुम्हारे योगदान से देश कृतज्ञ है
पुष्पवर्षा से तुम्हारा अभिनन्दन है
वे लोग जो इसे निंदनीय घटना
की संज्ञा देते हैं और कहते हैं की
शर्म से उनका गर्दन झुक गया है
उन्हें तमाम आश्वासनों में
इस एक आश्वासन को भी जोड़ लेना चाहिए
और पूर्ववत अपना विश्वास
बनाये रखना चाहिए
जैसे ही देश विश्वगुरु बन जाएगा
कोरोना भयग्रस्त पलायित हो जाएगा
देश से गरीबी मिट जाएगी
आपका गर्दन उठ जायेगा.