वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी श्री एस एन सुब्बाराव का निधन
अंतिम संस्कार 29 अक्टूबर को जौरा मध्य प्रदेश में
वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी श्री एस एन सुब्बाराव डा. एस एन सुब्बाराव ( 7.2.1929-27.10.2021 का आज सुबह जयपुर के एक अस्पताल मे निधन हो गया। वह 92 के थे। वह कुछ दिनों से बीमार थे। कल उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
उन्होंने महात्मा गांधी के साथ अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिए था। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश के चम्बल क्षेत्र में डाकुओं के आत्म समर्पण और उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत उन्हें देखने और चिकित्सा व्यवस्था के लिए अस्पताल गये थे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
लम्बी उम्र के बावजूद वह सक्रिय और स्वस्थ थे। उनके निधन का समाचार सुनकर लोग स्तब्ध रह गये।
सर्वोदय कार्यकर्ता रमेश भइया ने सूचित किया है :
जय जगत। अत्यंत ही दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हम सबकी श्रद्धा मूर्ति मानवता की सेवा के पर्याय हम सब से प्यार करने वाले विश्व बंधुत्व के प्रतीक सर्वधर्म ममभाव के साथ परहित चिंतक परम श्रद्धेय भाई जी सुब्बाराव जी ने जयपुर अस्पताल में आज सुबह अंतिम सांस ली ।आदरणीय भाई जी गांधी विनोबा जी के विचारों के विश्ववाहक रहे हैं ।
उनके निकटस्थ प्रिय संजय राय जी ने बताया कि भाई जी का पुण्य पार्थिव शरीर अभी जयपुर के विनोबा ज्ञान मंदिर ले जाया जा रहा है । वहां लोगों के दर्शनार्थ 12 बजे तक रखा जायेगा।
उसके बाद आदरणीय रणसिंह परमार जी से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांधी सेवा आश्रम जौरा मुरैना मध्य प्रदेश ले जाया जाएगा जो भाई जी की कर्मस्थली रही है। वहाँ कल भाई जी की पार्थिव देह को जनता के दर्शनार्थ रखा जायेगा ।
श्रद्धांजलियों के आने का सिलसिला निरंतर जारी प्रो. पुष्पेंद्र दुबे इंदौर
आदरणीय सुब्बाराव जी के देवलोक गमन का समाचार मिलते ही मानस पटल पर अनेक स्मृतियां कौंध गयीं। हम बहुत सौभाग्यशाली रहे कि बचपन से ही उनका सान्निध्य प्राप्त हुआ। चंपारण में उनके जीवन को निकट से देखने का अवसर मिला। वे चिर युवा रहे। उनका चेहरा हमेशा कर्मयोग के स्वेद कणों से दीप्तिमान रहा। उनके जीवन का मंत्र था अहर्निश सेवा। भारत की एकता के लिए उनके अनथक प्रयासों को भुलाया नहीं जा सकता। श्री सुब्बाराव जी अजात शत्रु थे। वैचारिक तूफानों के बीच समन्वय के अद्भुत साधक थे। भारत माता के तप:पूत को महाराजा रणजीत सिंह कालेज, गोविज्ञान भारती की ओर से विनम्र श्रध्दांजलि।
🙏💐। श्री उदय शंकर सिंह मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व युवक केंद्र दिल्ली द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि
ईश्वर की नियति के अनुसार, हम सब के प्यारे भाईजी तथा महान गांधीवादी विचारक डॉक्टर एस एन सुब्बाराव हम सब के बीच नहीं रहे।वो एक ऐसे महामानव थे जिन्होंने 13 साल की उम्र में ही भारत छोड़ो आंदोलन में अपनी भूमिका निभाई। जिसने अपने सार्थक प्रयास से न केवल चंबल के डाकुओ का समर्पण कराया बल्कि उनको चरखा थमाया,उनके परिवारों को आश्रम में रखा, पढ़ाया और मुख्यधारा में लाने का ऐतिहासिक काम किया।जिसने अपने आचार विचार और व्यवहार से मुल्क में प्रेम, शांति, सद्भावना और एकता की बुनियाद को मजबूत किया, जिन्होंने बच्चों की मुस्कुराहट, युवाओं के सुक़ून और बुजुर्गों की शांति के लिए जीवन समर्पित किया। विश्व युवक केन्द्र को युवाओं के शिक्षण प्रशिक्षण के लिए अनोखा जगह बताते हुए जिन्होंने हमेशा अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
ऐसे महामानव की अलौकिक यात्रा विश्व युवक केन्द्र परिवार के साथ साथ युवाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और सम्पूर्ण राष्ट्र के लिये अपूरणीय क्षति है।
राष्ट्र निर्माण में उनके महान योगदान और जीवन पर्यन्त मार्गदर्शन के लिए हम सभी कृतज्ञ हैं |
विश्व युवक केन्द्र परिवार ऐसे महान विभूति को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए महान दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता है।
शत शत नमन।
भावभीनी श्रद्धांजलि।
ॐ शांतिः, शांतिः, शांतिः।
🙏🙏💐💐 श्री शंकर सान्याल अध्यक्ष हरिजन सेवाक संघ दिल्ली।
We are shell shocked to learn about the sad demise of our beloved Iconic Gandhian Bhai-ji Dr. S. N. Subba Rao-ji, yesterday, the 26th October 2021 at Jaipur.
It came to us as a bolt from the blue as we neither anticipated nor thought of the fact that ever young Bhai-ji would leave us for the heavenly abode leaving all of us in utter grief, though he was not well since last few months.
We are indebted to him for his endless love and affection since long he had showered on us. I personally had a close relationship with Bhai-ji from our young age.
His polite and enduring behavior used to touch the hearts of one and all throughout the length and breath of the Country and also abroad. He was the symbol of Peace, Love, Affection, Compassion and Universal Brotherhood.
He was the leaving legend who is respected from all irrespective of Political or Religious ideologies.
I fondly recall his Phone on Vijaya Greetings only on 20th October 2021 from Jaipur and enquiring about all our well being.
We sincerely wish that the departed soul of late Bhai-ji may rest in eternal Peace. Kindly accept our heart-rending condolences and convey the same to other members of his bereaved family and associates.
Sankar Kumar Sanyal
Mobile : 09831224445
Email : sankar_sanyal@yahoo.co.in *
सत्य रंजन धर्माधिकारी पूर्व जस्टिस बोम्बे हाईकोर्ट
परम आदरणीय सुब्बारावजी के देहांत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। वे हमारे परिवार के सदस्यही थे। नागपुर और मुंबई के निवास मे उनसे अक्सर मुलाकात होती थी। एक महान और प्रेरणादायी व्यक्तिमत्त्व आज चल बसा। युवाओ का बडा आधार और आदर्श अब शरीरसे हमारे बीच नही रहा मगर उनका महान कार्य और ऊर्जा हमारे को नित्य प्रेरित करता रहेगा। उनके खडे परंतु मधुर आवाज मे गाये गीत और राष्ट्रगान की याद निरंतर आती रहेगी। मै और मेरा परिवार परमपूज्य एस एन सुब्बारावजी को भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित करते है। हमारे देश की बड़ी क्षति हुई है। सत्यरंजन धर्माधिकारी।।
इसके अलावा राष्ट्र से अभी निरंतर श्रद्धांजलि प्राप्त हो रही हैं जिनमे श्री विजय देशपांडे सतारा महाराष्ट्र शिवविजय भाई बांदा UP श्री जयेश बादल ललितपुर श्री सुभाष पाटिल कर्जत महाराष्ट्र ,श्रीमती कमला सिंह गोला लखीमपुर ,डाo राम जी शुक्ला आचार्यकुल सेवाग्राम कवि प्रदीप बैरागी पुवायां , बबीता बहन दिल्ली श्री भगवती प्रसाद पांडे जन कल्याण महासमिति फतेहपुर , श्री अरुण धवन प्रकाशक दिल्ली, श्री करुणेश राय CDRI और श्री जे पी शर्मा VHAI लखनऊ, प्रिय टीपू भाई चम्पारण बिहार ,श्री विनय राय खादी भंडार जौनपुर ,श्री एल पी सूदन धर्मशाला हिमाचल प्रदेश श्री अर्जुन सिंह एडवोकेट लखनऊ श्री सुरेश भाई सिविल लाइन हरदोई रोहित जी फर्रुखाबाद , श्री राकेश चंद्रा आस्था सेवा संस्थान कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल आद .उषा श्रीवास्तव दादरी उत्तर प्रदेश श्री रूपेश चंद्रा प्रकृति दी नेचर लखनऊ राजश्री बहन RAS दिल्ली , सुश्री नीमा बहन लक्ष्मी आश्रम कौसानी उत्तराखंड श्री देवानंद भाई कांहापुर वर्धा ने अपनी संवेदनाएं और अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि व्यक्त व्यक्त की।
शोक सभा
सुधीर भाई गोयल जी की सूचना के आधार पर भाई जी का अंतिम संस्कार 29 अक्टूबर को जौरा में ही किया जाएगा।
डा. एस एन सुब्बाराव
( 7.2.1929-27.10.2021 )
अत्यंत दुख के साथ यह सूचना देनी पड़ रही है कि हम सबके प्रिय कर्मयोगी एस एन सुब्बा राव ‘भाईजी’ आज सुबह 6:00 बजे देह विलय कर स्व स्वरूप में लीन हो गए ।
🙏🙏🙏
92 वर्षीय भाई जी आजीवन देश के युवाओं से लगातार जुड़े रहे । युवा शिविरों के माध्यम से रचनात्मक कार्य में जोडने का अभिक्रम चला रहे थे ।6 दशक से ज्यादा समय से शिविर लगाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
गांधीजीवी व्यक्तित्व के रूप में माने जाने वाले एस.एन सुब्बाराव उन लोगों में से हैं, जो 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल हुए और जेल भी गए थे। वे आजीवन गांधी-विनोबा के विचारों के
संप्रसारण में जुटे रहे ।
उन्होनें 1954 में पहला गांधी आश्रम, बागियों के लिए कुख्यात चंबल के जौरा गांव में 10 माह तक चलाया और अपने इस आश्रम के माध्यम से उन्होंने 1972 में कुख्यात डकैत मोहन सिंह, माधो सिंह सहित 600 से अधिक नामचीन डकैतों का आत्मसमर्पण करवाया।
एक विलक्षण प्रतिभावान, ऊर्जावान , प्रेरणादायक व्यक्तित्व और कृतित्व के शिखरपुरूष ;
सत्य , अहिंसा, प्रेम , करुणा , सेवा, संयम, साधना ,
सर्व धर्म समभावना समर्पित परम आदरणीय भाई जी की पुण्य स्मृति को सश्रद्ध नमन ।
{ इसी 17 अक्टूबर, 2021 के एक कार्यक्रम में उनके साथ शामिल होने का सौभाग्य मिला था-
स्मृतिशेष 🙏💐🙏 }
सुज्ञान मोदी
हम सबके लिए आधारभूत श्रद्धा के केंद्र सुब्बाराव जी का निधन ! वे ऊब कर नहीं, थक कर अनंत विश्राम में गए. हम सबके लिए यही उनका संदेश व निर्देश है… सभी केंद्रों पर आज उनकी श्रद्धांजली सभा आयोजित करनी चाहिए ताकि हमारे दायरे में सबसे उनका परिचय हो तथा हम उन्हें अपने होने का विश्वास दिला सकें.
कुमार प्रशांत, अध्यक्ष गांधी शांति प्रतिष्ठान
देश के ही नहीं दुनिया भर में जाने-माने प्रख्यात गांधीवादी डॉक्टर एसएन सुबाराव जी जिन्हें हम प्यार से भाई जी के नाम से जानते थे आज हमारे बीच नहीं रहे जयपुर के अस्पताल में अंतिम सांस ले डॉक्टर एसएन सुब्बाराव भारत छोड़ो आंदोलन के 1942 के आजादी के सिपाही रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं दुनिया भर में युवाओं के बीच युवा जागरण में वर्षों से लगे रहे हम सबके बीच एक बड़े हस्ती के रूप में भाई जी थे जिन की कमी हर समय बनी रहेगी शायद हम लोग पूरा नहीं कर पाएंगे ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे
विनम्र श्रद्धांजलि
भूपेश भूषण वरिष्ठ सर्वोदय कार्यकर्ता राष्ट्रीय युवा संगठन के पूर्व प्रांतीय संयोजक मध्य प्रदेश
Bhaiji, we are very selfish that’s why it is difficult to accept this news that you are no more with us physically but we are sure that you will not deprived us from your kind blessings and guidance. You will be remembered for your great contribution for peace and harmony not only for our country but for the universe. Pray to Almighty to rest the great soul on eternal peace. Om Shanti Shanti Shanti
Chandan Pal
Dr.S.N.Subbbrao’s Speech on the occasion of Centenary of Loincloth .Perhaps his last Speech.
आदरणीय भाई सुब्बाराव राव जी आज नहीं रहे। उनकी अनेकों स्मृतियां हमारे जीवन के साथ और सर्व सेवा संघ के साथ जुड़ी हुई है। अपने युवा काल में बहुत दिनों तक वे सर्व सेवा संघ में रहे थे। उसके बाद भी जब मैं प्रकाशन का संयोजक था तब भी मैंने उनको कई बार यहां बुलाया था। बनारस से उनका बहुत लगाव था।
अजय पांडे जी ने बनारस में बच्चों का एक बहुत बड़ा कार्यक्रम किया था, इसमें भाई जी कई दिनों तक बनारस में रुके थे।
नौजवानों को गांधी विचार से जोड़ने और देश में राष्ट्रीय एकता के काम को भाई जी ने बखूबी पूरे जीवन भर किया। उनके जाने से गांधी विचार की, सर्वोदय धारा की अपूरणीय क्षति हुई है । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
राम धीरज ,सर्व सेवा संघ, राजघाट वाराणसी
गांधी विचार के मजबूत स्तम्भ नही रहे
प्रख्यात गांधीवादी विचारक पदमश्री से सम्मानित 93 वर्षीय डॉ सुब्बाराव ‘भाई जी’ ने आज दिनांक 27 अक्टूबर को सुबह 6.40 बजे अंतिम सांस जयपुर के सवाईमानसिंह अस्पताल में ली। सुब्बाराव के देहांत से गांधी विचार का एक मजबूत स्तम्भ नही रहा। उनका अंतिम संस्कार जौरा आश्रम में किया जाएगा।
गांधीवादी सुब्बाराव जी का जन्म 7 फरवरी 1929 को कर्नाटक के बेगलुर में हुआ। 1942 के स्वतंत्रता आंदोलन भारत छोड़ो में शामिल रहे और जेल गए, उन्होंने आचार्य विनोबा भावे के नेतृव में भूदान ग्रामदान आंदोलन में हिस्सा लिया। सुब्बाराव जी ने गाँधीजी के बताए विचारों को राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक के रूप में अपने शिवरों से लाखों युवाओं को संस्कार, संस्क्रति, अनेकता में एकता के विचारों को रोपित किया एव गांधी जी रचनात्मक कार्यो के प्रति युवाओं को जोड़ा।
उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को विनोब ज्ञान मंदिर,जयपुर में रखा गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोडासरा, अर्चना शर्मा सहित बेंगलोर से आई भाई जी सुब्बाराव की भांजी मीनाक्षी, राजस्थान राज्य गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष डी. आर. मेहता, सचिव धर्मवीर कटेवा, राजस्थान सम्रग सेवा संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद भारद्वाज, सहसचिव अनिल गोस्वामी, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जी.एस. बाफना, वरिष्ठ पत्रकार आशा पटेल, धर्मवीर चंदेल, प्रोफेसर विधा जैन, डॉ अवध प्रसाद, गोपाल शरण, डॉ अमित, प्रोफेसर मोहम्मद हसन आदि गांधीवादी संघठनों, सामाजिक संघठनों व नागरिकों ने श्रद्धा सुमन अर्पति किए।
राजस्थान सम्रग सेवा संघ के गोपाल शरण, हनुमान प्रसाद नायला, कुसुम जैन, एन वाई पी सेक्रेटरी डॉ रणसिंह परमार, कर्नाटक सेवा दल की प्यारी जान, धर्मेंद्र, शीतल जैन, नरेंद्र भाई, जयसिंह जादौन, एल एन त्यागी, सीमा सिंह, कमलेश मीना विनोबा ज्ञान मंदिर जयपुर से भाई जी सुब्बाराव का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से जोरा आश्रम जिला मुरैना मध्य प्रदेश लेकर गए , रास्ते में खेड़ली मोड़ पर राजस्थान सम्रग सेवा संघ के अध्यक्ष सवाई सिंह ने सुब्बाराव जी के पार्थिव शरीर को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित करी। जोरा डाकुओं के समर्पण में सुब्बाराव जी की कार्य स्थली रहा है, वंही पर कल दिनांक 28 अक्टूबर को सायं 4 बजे सुब्बाराव जी को पंचतत्व में विलीन किया जाएगा।
अनिल गोस्वामी , राजस्थान सम्रग सेवा संघ