पानी में तैरने लगा जब रामसेतु का वह पत्थर, एक झलक पाने को लोगों का लगा तांता
रामसेतु का पानी में तैरता पत्थर
पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग कारणों से रामसेतु चर्चा में है. कभी अक्षय कुमार की फिल्म रामसेतु तो कभी भगवान राम के बनाए रामसेतु की बात सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. वहीं, कुछ दिनों पहले नर्मदा नदी में 7 किलो वजन का एक पत्थर तैरता हुआ मिला, जिसे लोग चमत्कार और रामसेतु का पत्थर कहते दिखे.
गुजरात (Gujarat) में वडोदरा (Vadodara) के पास देरूली गांव का एक युवक बाद में इस चमत्कारिक पत्थर को अपने गांव ले आया, जो गांववालों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया. दूर दूर से अब लोग इस रामसेतु पत्थर के दर्शन के लिए यहां आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि यह पत्थर समुद्र से बहते हुए यहां तक आ पहुंचा होगा.
दरअसल, गांव का एक युवक मछली पकड़ने के लिए अपनी नाव पर सवार होकर नर्मदा नदी में गया हुआ था. यहां उसे नदी में तैरती एक पत्थर जैसी चीज दिखाई दी, जिसे उसने पहले तो नजरअंदाज किया, लेकिन बाद में देखा तो वह सच में पत्थर ही निकला. पानी में तैरता वजनी पत्थर देखकर वह आश्चर्य चकित रह गया और उस पत्थर को अपने गांव ले आया. गांव के लोगों ने तैरते पत्थर की सच्चाई जानने के लिए उसे अपने बर्तनों में पानी भरकर उसमें भी तैराया. यह पत्थर बर्तन के पानी में भी तैर रहा था.
हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो पत्थर का तैरना एक आम बात है. वैज्ञानिकों के अनुसार कुछ पत्थर कुछ खास तरह के होते हैं और उनका तैरना आम बात है. कोरल स्टोन, चूना पत्थर या ज्वालामुखी की राख से बने पत्थरों का पानी में तैरना बिल्कुल आम बात है.
ऐसे पत्थरों में वजन तो होता है, लेकिन इनकी अंदरूनी संरचना इस तरह की होती है कि उनमें कुछ पॉकेट बन जाते हैं, जिनके अंदर हवा बंद हो जाती है. इससे उन पत्थरों की डेंसिटी कम हो जाती है और उसी बंद हवा के चलते पत्थर पानी में भी तैरने लगते हैं. यह ठीक वैसे ही है, जैसे पान्टून ब्रिज काम करते हैं.
इस तैरते पत्थर का एक वीडियो भी यूट्यूब पर अपलोड किया गया है.