कालीचरण महाराज गिरफ्तार, रायपुर धर्म संसद में गांधी का अपमान कर गोडसे को किया था ‘साष्ट्रांग’

कालीचरण खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बाघेश्वरी धाम के करीब एक शख्स के घर पर रुका था. पुलिस से बचने के लिये उसके तमाम साथियों ने भी फोन बंद कर दिये थे. पूरे दिन पुलिस ने सुराग तलाशे और सुबह तड़के 8-10 पुलिसकर्मियों की टीम उसे गिरफ्तार कर रायपुर रवाना हो गई.

कालीचरण महाराज गिरफ्तार

  • मध्य प्रदेश के खजुराहो से रायपुर पुलिस ने अरेस्ट किया.
  • किराये के मकान में छिपकर रह रहा था.

भोपाल: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में ‘अपमानजनक’ टिप्पणी करने और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की तारीफ करने के आरोप में कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर लिया गया है. मध्य प्रदेश के खजुराहो से रायपुर पुलिस ने उसे अरेस्ट किया. पुलिस को चकमा देकर वह किसी किराये के मकान में छिपकर रह रहा था.

हैरान करने वाली बात यह है कि इस संबंध में स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं है. जानकारी के मुताबिक, कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी मध्यप्रदेश के खजुराहो से रायपुर पुलिस द्वारा हुई है. रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने खजुराहो के एक होटल से सुबह 4:30 बजे उसे गिरफ्तार किया फिर कालीचरण की गिरफ्तारी की पुष्टि भी की.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कालीचरण ने खजुराहो में एक गेस्ट हाउस में बुकिंग कराई थी, लेकिन वो वहां रूका नहीं था, उस गेस्ट हाउस से उसने चेक आउट भी नहीं किया ताकि पुलिस को चकमा दे सके. कालीचरण खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बाघेश्वरी धाम के करीब एक शख्स के घर पर रुका था. पुलिस से बचने के लिये उसके तमाम साथियों ने भी फोन बंद कर दिये थे. पूरे दिन पुलिस ने सुराग तलाशे और सुबह तड़के 8-10 पुलिसकर्मियों की टीम उसे गिरफ्तार कर रायपुर रवाना हो गई. खबरों के मुताबिक आज शाम तक उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज को गिरफ्तार करने के लिये आधा दर्जन टीमें बनाई थीं. ये टीमें महाराष्ट्र, मप्र, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कालीचरण के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं.

बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज को गिरफ्तार करने के लिये आधा दर्जन टीमें बनाई थीं. ये टीमें महाराष्ट्र, मप्र, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कालीचरण के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं. मध्य प्रदेश के खजुराहो से रायपुर पुलिस ने उसे अरेस्ट किया. पुलिस को चकमा देकर वह किसी किराये के मकान में छिपकर रह रहा था.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के अकोला से आए कालीचरण महाराज ने अपने संबोधन में कहा था कि इस्लाम का उद्देश्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. 26 दिसंबर को रायपुर के धर्म संसद में महात्मा गांधी पर कालीचरण ने अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें मारने वाले नाथूराम गोडसे को साष्टांग प्रणाम किया था.

रायपुर ‘धर्म संसद’ में गांधीजी के लिये ‘अपमानजनक’ टिप्पणी

सभा में उसने यह भी घोषणा की कि ‘मोहनदास करमचंद गांधी ने देश को नष्ट कर दिया… नाथूराम गोडसे को सलाम, जिन्होंने उन्हें मार डाला.’ कालीचरण महाराज ने मांग की कि लोग हिंदू धर्म की “रक्षा” करने के लिए एक ‘कट्टर हिंदू नेता’ चुनें.

इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने सिविल लाइन और रायपुर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने टिकरापारा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.

कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे, जो खुद धर्म संसद में मौजूद थे, बाद में उनकी शिकायत पर पुलिस ने कालीचरण महाराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 505 (2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और 294 (अश्लील कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया था.

एफआईआर दर्ज होने के बाद कालीचरण महाराज ने एक वीडियो जारी कर अपने पुराने बयानों को दोहराया था. साथ ही कहा था कि मुझे अपने बयान पर कोई पश्चाताप नहीं है. मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता हूं.

उसने कहा था कि यदि सच बोलने की सजा मृत्युदंड है तो वह भी मुझे स्वीकार है. कालीचरण ने वीडियो में गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को महात्मा बताया था. जांच के दौरान, पुलिस ने कालीचरण के महात्मा गांधी और एक विशेष समुदाय के खिलाफ दी गई टिप्पणी के वीडियो को भी जब्त कर लिया था.

इसके बाद महात्मा गांधी पर अपशब्द कहने को लेकर रायपुर पुलिस ने कालीचरण के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) तथा 294 (अश्लील कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

इसे भी पढ़ें:

चुनाव का समय आते ही ध्रुवीकरण का खेल आरंभ

Leave a Reply

Your email address will not be published.

19 + 19 =

Related Articles

Back to top button