ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन का पूर्वांचल पत्रकार सम्मेलन अयोध्या में सम्पन्न

न्याय समाज में समानता कहां से आएगी, उसके लिए पत्रकार को आगे आना चाहिए। धर्म की सच्चाई है और सत्य का अनुसरण करना पड़ता है। जो जैसा करता है वैसा ही फल पाता है। स्वयं का दर्शन करना होगा कि हम कितने सच्चे हैं। ईश्वर ही सत्य है और सत्य ही ईश्वर है। ईश्वर का स्वरूप आनंददायक है। व्यक्ति के अंदर कितना छल कपट है कितना त्याग है देखना होगा। त्याग के बल पर ही सब कुछ ठीक किया जा सकता है। हमें अपने आचरण को सुधारना होगा।

लोक कल्याण एवं मर्यादाओं का रखें ध्यान-लू

अयोध्या। लोक कल्याण के हितार्थ और मर्यादाओं के अनुरूप ही लेखनी चलेगी तभी सच्चे अर्थों में पत्रकारिता सार्थक होगी। अयोध्या में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश जनपद अयोध्या द्वारा आयोजित पूर्वांचल पत्रकार सम्मेलन गांधी सभागार आयुक्त परिसर अयोध्या में संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर एल. वेंकटेश्वर लू महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी तथा महानिदेशक दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम विकास संस्थान मौजूद थे। सभा की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने किया। विचार गोष्ठी लोक लेखनी का मर्म एवं मर्यादा पर गहन विचार विमर्श एवं मंथन हुआ। विषय परिवर्तन राष्ट्रीय संरक्षक एवं संगठन के महामंत्री देवी प्रसाद गुप्ता ने किया। इस पावन अवसर पर अयोध्या जनपद के संगठन के पत्रकारों द्वारा संकलित स्मारिका ग्राम्य गौरव का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

सम्मेलन में आये हुए अतिथियों का स्वागत जिला अध्यक्ष देव बक्श वर्मा व मंडल अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी राजन ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ किया।
पूर्वांचल पत्रकार सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए एल बैंक कटेसर लू ने कहा कि इस साल हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यदि व्यक्ति में चेतना है तो बदलाव लाया जा सकता है। गुलामी काल में हमारे पास कोई संसाधन उस समय नहीं थे, लेकिन चेतना के बल पर जागरण हुआ।

सम्मेलन में आये हुए अतिथियों का स्वागत जिला अध्यक्ष देव बक्श वर्मा व मंडल अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी राजन ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ किया।

जहां धर्म की रक्षा होती है, वहां ईश्वर सबकी रक्षा करता है। प्रजातंत्र का मालिक वोटर है। संविधान की सत्यनिष्ठा की जहां प्रतिज्ञा करते हैं, वहां मालिक वोटर हैं।

न्याय समाज में समानता कहां से आएगी, उसके लिए पत्रकार को आगे आना चाहिए। धर्म की सच्चाई है और सत्य का अनुसरण करना पड़ता है। जो जैसा करता है वैसा ही फल पाता है। स्वयं का दर्शन करना होगा कि हम कितने सच्चे हैं। ईश्वर ही सत्य है और सत्य ही ईश्वर है। ईश्वर का स्वरूप आनंददायक है। व्यक्ति के अंदर कितना छल कपट है कितना त्याग है देखना होगा। त्याग के बल पर ही सब कुछ ठीक किया जा सकता है। हमें अपने आचरण को सुधारना होगा।

जहां धर्म की रक्षा होती है, वहां ईश्वर सबकी रक्षा करता है। प्रजातंत्र का मालिक वोटर है। संविधान की सत्यनिष्ठा की जहां प्रतिज्ञा करते हैं, वहां मालिक वोटर हैं।

जनसंख्या विस्फोट जितनी तेजी से हो रहा है, जनसंख्या बढ़ोतरी से वर्तमान में व्यवस्था प्रभावित हो रही है। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए हमें जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण करना होगा। तालाबों की रक्षा करनी होगी। वृक्षों की रक्षा करनी होगी। वृक्ष लगाना होगा। वृक्षों के कटान को रोकना होगा, जिससे प्रकृति व समाज की व्यवस्थाएं प्रभावित ना हों। इसके लिए जागरूकता लाना जरूरी है। उन्होंने पत्रकारों को अपनी लेखनी समाज हित और देश हित में चलाने की नसीहत भी दी।

विषय परिवर्तन करते हुए संगठन के महामंत्री देवी प्रसाद गुप्ता ने कहा कि भारत के वैभव को बढ़ाने के लिए हमारी लेखनी है। भारत की जय जय पर हमारी लेखनी धन्य होगी। पत्रकार समाज को एक पारदर्शी आईना दिखाता है। सारे विश्व की नजर इस समय भारत पर है। भारत का वैभव अमर रहेगा तो हमारी लेखनी भी जीवित रहेगी। एकात्म मानववाद पर चर्चा करने पर पत्रकार ही खबरें समाचार पत्रों में दर्शाता है और वही अपनी कार्यक्षमता से समाज को एक पारदर्शी आईना दिखाता है। सारे विश्व की नजर इस समय भारत भूमि पर है, ऐसे में पत्रकारों को अपनी लेखनी का मर्म समझते हुए मर्यादित ढंग से समाचार पत्र को जनता के सामने प्रेषित करना चाहिए ।

सौरभ कुमार प्रदेश अध्यक्ष ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि देश की आजादी में पत्रकारों का विशेष योगदान रहा है। आज भी ग्रामीण पत्रकार गांव की जनता की आवाज को शासन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। और गांव की जनता के सुख-दुख में पूरी तरह से निर्वहन कर रहे हैं।

सौरभ कुमार प्रदेश अध्यक्ष ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि देश की आजादी में पत्रकारों का विशेष योगदान रहा है। आज भी ग्रामीण पत्रकार गांव की जनता की आवाज को शासन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। और गांव की जनता के सुख-दुख में पूरी तरह से निर्वहन कर रहे हैं।

आजादी के बाद धीरे-धीरे पत्रकारिता व्यवसायिक होती गई। तत्कालीन वातावरण को देखकर और बिगड़ती दुरव्यवस्था पर चिंतन करने के बाद बाबू बालेश्वर लाल ने 8 अगस्त 1982 को बलियाया के गड़वार में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की आधारशिला रखी थी, जो आज एक बट वृक्ष के रूप में पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि कई प्रांतों में फैल चुकी है। और उनके प्रयास से ही प्रदेश में जगह-जगह अलख जगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरह से ग्रामीण पत्रकारों की उपेक्षा कर रही है, यह स्वस्थ समाज के लिए शुभ नहीं है। सरकार को ग्रामीण पत्रकारों की तरफ ध्यान देना होगा।

संगठन के संरक्षक विजय विनीत ने कहा कि पत्रकारों की लेखनी बहुत महत्वपूर्ण है। लेखनी को जितना मजबूती के साथ समाज हित व देश हित में चलाया जाएगा, समाज और देश का उतना ही विकास होगा।

संगठन के संरक्षक विजय विनीत ने कहा कि पत्रकारों की लेखनी बहुत महत्वपूर्ण है। लेखनी को जितना मजबूती के साथ समाज हित व देश हित में चलाया जाएगा, समाज और देश का उतना ही विकास होगा। ऐसे में कोई खबर इस तरह नहीं प्रकाशित करनी चाहिए, जिससे समाज का अहित हो। उन्होंने विस्तार से लोक लेखनी का मर्म एवं मर्यादा बताते हुए अपना संदेश दिया।

कैप्टन वीरेंद्र सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि पत्रकार शब्द में र अक्षर है र का मतलब रचना कर समाज हित में अपनी लेखनी को चलाकर हर समस्या का समाधान किया जाए। रचनात्मक कार्य करने से व्यवस्था एवं व्यवस्थाएं सही ढंग से सुदृढ़ होंगी।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की धरती से पधारे ललित शौर्य ने कहा कि लो​क संवेदना, लोक व्यवहार हममें व आप सब में जब तक जीवित है, तब तक समाज में आने वाली हर विपरीत परिस्थितियों और मुश्किल से मुश्किल कठिनाइयों में संघर्ष कर हम कामयाब होंगे।

सुरेश पाठक सम्पादक ने कहा कि मर्यादा का पत्रकार, पत्रकार मर्यादा का उल्लंघन करता ही नहीं बल्कि उपेक्षित, शोषित, वंचित आवाम की आवाज एवं उसकी मशीनरी सरकार एवं उसकी मशीनरी तक पहुंचाकर न्याय दिलाता है।

सुरेश पाठक सम्पादक ने कहा कि मर्यादा का पत्रकार, पत्रकार मर्यादा का उल्लंघन करता ही नहीं बल्कि उपेक्षित, शोषित, वंचित आवाम की आवाज एवं उसकी मशीनरी सरकार एवं उसकी मशीनरी तक पहुंचाकर न्याय दिलाता है।

विजयलक्ष्मी सिंह editor-in-chief आईएनए ने कहा कि पत्रकार छोटा एवं बड़ा नहीं होता है। अपने कार्यों के अनुरूप ही वह छोटा अथवा बड़ा बन जाता है। संसाधन एवं व्यवस्था कलम समान है, ना कोई छोटा है ना कोई बड़ा है।

सुनील कुमार सिंह जिला उपाध्यक्ष ने अपने काव्य रचना से पर्यावरण की समस्या प्रस्तुत की।
अयोध्या जनपद के पत्रकारों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए हुए पत्रकारों का स्वागत स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र, बैच अंगवस्त्रम, बैग, सम्मान पत्र आदि देकर किया गया। समारोह का संचालन कृष्ण कुमार तिवारी ने किया। स्वागत गीत विश्वनाथ तिवारी एवं सुनील कुमार सिंह ने प्रस्तुत किया।

देव बक्श वर्मा जिला अध्यक्ष, राजेंद्र तिवारी राजन ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

समारोह को प्रदेश महामंत्री महेंद्र नाथ सिंह उपाध्यक्ष श्रवण द्विवेदी, नागेश्वर सिंह, विजय विनीत, सीबी तिवारी, ओम प्रकाश द्विवेदी, वीर भद्र सिंह मंडल अध्यक्ष आजमगढ़, मुजफ्फरनगर, राम नरेश चौहान मंडल अध्यक्ष अलीगढ़, धर्मवीर जिला अध्यक्ष मथुरा, एस पी मिश्रा मंडल अध्यक्ष देवीपाटन, शैलेश उपाध्याय जिला अध्यक्ष कुशीनगर, एटा अलीगढ़, मथुरा, आजमगढ़, प्रतापगढ़, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बस्ती, वाराणसी, संत कबीर नगर, गोंडा, बलरामपुर, कुशीनगर, देवीपाटन मंडल सुल्तानपुर अमेठी, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, बलिया, लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, चित्रकूट सहित आदि तमाम जनपदों के पत्रकारों ने शिरकत कर अपनी आवाज बुलंद किया। देव बक्श वर्मा जिला अध्यक्ष, राजेंद्र तिवारी राजन ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

इसे भी पढ़ें:

ग्रामीण पत्रकारिता का व्यावहारिक पक्ष, चौथे दिन रहा चर्चा का विषय

Leave a Reply

Your email address will not be published.

3 × 2 =

Related Articles

Back to top button