Mahatma Gandhi Death Anniversary: गांधी जी के विचारों के कैसे प्रभावित हैं दलाई लामा
Mahatma Gandhi Death Anniversary: आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा है। इसी कड़ी में बौद्ध गुरु दलाई लामा ने भी महात्मा गांधी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी हैं।
Mahatma Gandhi Death Anniversary: आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि (Mahatma Gandhi Death Anniversary) मना रहा है। आज पूरा देश बापू को याद कर रहा है। इसी कड़ी में बौद्ध गुरु दलाई लामा ने भी महात्मा गांधी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी हैं। इस खास मौके पर दलाई लामा ने बाबू को याद करते हुए कहा कि, अगर इस समय महात्मा गांधी जिंदा होते तो वह उनके पैर छूना चाहते और चीन समस्या का उनसे हल पूछते। आप इस बात से जरूर अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से बौद्ध गुरु दलाई लामा गांधी जी से प्रभावति हैं।
बौद्ध गुरु के लिए महात्मा गांधी के विचार कैसे हैं
दलाई लामा महात्मा गांधी के विचारों से सबसे ज्यादा प्रभावति हैं। उनकी माने तो उनके लिए महात्मा गांधी अहिंसा और करुणा के प्रतीक हैं। दलाई लामा का कहना है कि, गांधी जी ने अपने जीवन से अहिंसा और करुणा दोनों सिद्धांतों का उदाहरण पेश किया है। मैं उन्हें अपना गुरु और खुद को उनका एक नन्हा-सा अनुयायी मानता हूं।’ दलाई लामा ने एक मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘बचपन में हम महात्मा गांधी के बारे में पढ़ते-सुनते थे। पोटला पैलेस में ठहरने के दौरान मैंने सपने में महात्मा गांधी को देखा और उन्हें देखकर मुस्कुराया था। यह दूसरी बात है कि मैंने उनसे सपने में बात नहीं की थी, मैंने बस उन्हें सपने में देखा था।’
भारत यात्रा को किया याद
दलाई लामा ने अपनी पहली भारत यात्रा को याद किया। साल 1956 में वह पहली भारत यात्रा पर आए थे। इस समय वह दिल्ली स्थित महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट भी गए थे। उन्होंने कहा, ‘जब मैं वहां प्रार्थना में खड़ा हुआ, तो मुझे उनसे व्यक्तिगत रूप से न मिल पाने का बहुत अफसोस हो रहा था। मेरी ख्वाहिश थी कि मैं उनसे मिलता तो पैर छूकर उन्हें प्रणाम करता।
दलाई लामा के जीवन में बापू का महत्व
बौद्ध गुरु दलाई लाम महात्मा गांधी के विचारों से इस कदर प्रभावति हैं, कि कहने के लिए शब्द भी कम पड़ जा रहे हैं। वह गांधी जी को अपने समय के सबसे महान व्यक्ति के रुप में देखते हैं। दलाई लामा की माने तो उनके नजर में महात्मा गांधी ने भारत और मानव जाति की भावना को बनाए रखने के लिए शांति और सद्भाव में सच्चे विश्वास को अपनी अंतिम सांस तक कायम रखा। बापू के विचारों से वह पहले ऐसे व्यक्ति नहीं है जो प्रभावित हुए हैं। दलाई लाम के अलावा अफ्रीका और अमेरिका में नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसे अनुयायियों भी प्रभावति थे।