ये लुटेरे तो असली पुलिस वाले हैं
लुटेरे असली पुलिस वाले. गोरखपुर से एक लुटेरा पुलिस गैंग पकड़ा गया है जो थाने से संचालित होता था और बाक़ायदे वर्दी में लूट की घटना को अंजाम देता था. गिरफ़्तार लुटेरे पुलिस वाले इन दिनों पुरानी बस्ती थाने में तैनात थे. लूट की घटना में शामिल एक दरोग़ा और तीन सिपाहियों को गिरफ़्तार करने के अलावा पुरानी बस्ती थाने के सारे स्टाफ़ को निलम्बित कर दिया गया है.
गोरखपुर जिले में सराफा व्यापारियों से 35 लाख का सोना,चांदी और नकदी लूटने वाले पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर और तीन सिपाहियों को गिरफ्तार कर कर जेल भेज दिया गया। लूट के वक़्त ये चारों पुलिसवाले वर्दी में थे।
गोरखपुर के एस एस पी जोगेन्दर सिंह ने बताया कि “लुटेरों का सरगना सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र यादव है।महराजगंज सर्राफा बाजार में रहने वाले बिल्डर दुर्गेश अग्रहरि के ज़रिए उसे सर्राफा बाजार में होने वाली खरीद-फरोख्त की जानकारी होती थी।उसके बाद यह लूट पर निकलते थे।दारोग़ा पर गैंगस्टर एक्ट और एन एस ए की भी कार्यवाही होगी, ताकि दूसरे पुलिस वालों को चेतावनी मिल सके।”
बस्ती के एसपी हेमराज मीणा ने मामले में पुरानी बस्ती थानाध्यक्ष समेत 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. लूटकांड में पुरानी बस्ती थाने में तैनात एसआई धर्मेंद्र यादव और 2 कांस्टेबल महेंद्र यादव व संतोष यादव तैनात थे. एसपी ने इन तीनों को बर्खास्त कर दिया है.