BUDGET 2022-23 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण सुनिये…
BUDGET 2022-23: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण सुनिये
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट (Budget 2022) आज संसद में वित्त मंत्री (Finance Minister) के तौर पर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने चौथा बजट भाषण दिया. जैसी ही वे भाषण के लिए उठीं, विपक्ष ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्षी सांसद करीब 20 मिनट नारे लगाते रहे. हालांकि, उन्होंने स्पीच जारी रखी. 1 घंटे 51 मिनट और 30 सेकेंड तक वह सदन में बजट की एक-एक जानकारी पेश करती रहीं. विपक्ष के हंगामों के बीच कुछ ऐसे पल भी आए, जब वित्त मंत्री ने कविताओं के जरिए अपनी बात कही.
वित्तमंत्री ने घोषणा की कि कोरोना के चलते 2 वर्षों से बंद स्कूलों से बच्चों का पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए ‘1 क्लास 1 टीवी चैनल’ की गिनती 12 से बढ़ाकर 200 तक की जाएगी. इसके अलावा टीचर्स को डिजिटल टूल्स से लैस किया जाएगा ताकि वे रीजनल लैंग्वेज में वर्ल्ड क्लास शिक्षा बच्चों काे दे सकें. क्षेत्रीय भाषाओं में कक्षा 1 से 12 तक के लिए फ्री टीवी चैनल की गिनती बढ़ाकर 200 तक की जाएगी.
डिजिटल यूनिवर्सिटी की होगी स्थापना
मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए एक डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी. यूनिवर्सिटी में पर्सनाइज़्ड लैंग्वेज (लोकल भाषा) में ICT(इंफॉर्मेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी) फॉर्मेट पर शिक्षा मिलेगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण सुनिये…
डिजिटल इकोसिस्टम होगा लॉन्च
स्किल डेवलेपमेंट और आजीविका के लिए डिजिटल इकोसिस्टम लॉन्च किया जाएगा. इसका उद्देश्य ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से नागरिकों को स्किल, रीस्किल और अपस्क्लि प्रदान करना होगा. नौकरियों और अवसरों को खोजने के लिए API आधारित स्किल क्रेडेंशियल और पेमेंट लेयर्स भी होंगे.
रिजल्ट ओरिएंटेड होंगे यूनिवर्सिटी सिलेबस
ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी के सिलेबस में बदलाव किया जाएगा. AICTE अर्बन प्लैनिंग कोर्सेज़ का विकास करेगा और नेचुरल, ज़ीरो-बजट ऑर्गेनिक फार्मिंग और मॉर्डन डे एग्रिकल्चर के लिए सिलेबस में बदलाव किए जाएंगे.
60 लाख नई नौकरियों का होगा सृजन
देश के युवाओं के लिए घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ इनीशिएटिव के अंतर्गत 60 लाख नई नौकरियों का सृजन करने की क्षमता है. इसके अलावा अगले 5 वर्षों में 30 लाख अतिरिक्त नौकरियां भी मिलेंगी.
बजट को लेकर एनडीटीवी के रवीश कुमार को सुनें…
मोदी सरकार का आज 10वां बजट है. शेयर बाजार से उछाल की खबरें आने लगी है, लेकिन न उत्साहित होने की जरूरत है और न ही निराश होने की. रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने आम बजट को लेकर अर्थव्यवस्था पर तथ्यों के साथ अपनी राय रखी है.
देश में सबसे लंबा बजट भाषण
आपको बता दें कि देश में सबसे लंबा बजट भाषण (Longest Budget Speech) पेश करने का रिकॉर्ड निर्मला सीतारमण के ही नाम पर ही है. यह कारनामा उन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए किया था, जब उन्होंने 2 घंटे 42 मिनट लंबा भाषण दिया था. इसी के साथ सीतारमण ने जुलाई 2019 में बनाए गए अपने ही 2 घंटे एवं 17 मिनट लंबे भाषण के रिकॉर्ड को तोड़ा था. यानी निर्मला सीतारमण को देश में सबसे बड़े बजट भाषण देने के लिये हमेशा याद रखा जायेगा. हालांकि, इतने लंबे भाषण के बावजूद आलोचकों ने उनके भाषण में जनता के लिये कुछ खास न देने की बात ही की थी.
आपको बता दें कि देश में एक ऐसा बजट भाषण भी हुआ था, जो केवल 800 शब्दों का था. इतना छोटा बजट भाषण हीरुभाई मुलजीभाई पटेल (Hirubhai Mulljibhai Patel) ने 1977 में दिया था. इसे भारत के इतिहास में सबसे छोटा बजट भाषण के रूप में याद किया जाता है.
देश के 11वें वित्त मंत्री थे पटेल
देश के 11वें वित्त मंत्री हीरुभाई मुलजीभाई पटेल, मोरारजी देसाई सरकार में 26 मार्च 1977 में वित्त मंत्री बने थे. वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने 24 जनवरी 1979 तक अपनी सेवा दी थी. इसके बाद 1979 में वे देश के गृह मंत्री बने थे.
किसके बजट में थे सबसे ज्यादा शब्द
वहीं, बजट भाषण में सर्वाधिक शब्द इस्तेमाल करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम है. बता दें कि मनमोहन सिंह के 1991 में दिए गए बजट भाषण में कुल 18,650 शब्द थे. उनके बाद बजट भाषण में सबसे ज्यादा शब्द इस्तेमाल करने के मामले में दूसरा स्थान अरुण जेटली का है. जेटली के 2018 के बजट भाषण में 18,604 शब्द थे.