एवियन इंफ्लूएंजा वायरस के चपेट में केरल…
एविएन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N8 के प्रकोप को रोकने के लिए 5 जनवरी को केरल सरकार ने राज्य को आपदा राज्य घोषित कर दिया है. इसका मुख्या कारण हज़ारों बतखों की मौत बताया जा रहा है. हज़ारों बतख H5N8 एवियन इंफ्लूएंजा से संक्रमित पाए गए थे। अधिकारियों का कहना है कि भोपाल में राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में किए गए बतखों के लिए गए खून के नमूनों से परीक्षण में एवियन इंफ्लूएंजा के प्रकोप की पुष्टि की गई है।
केरल में आपदा घोषित के बाद यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्य अलर्ट पर…
कई जिलों में हुई कौवों की मौत के बाद हाई अलर्ट किया गया था। एवियन इंफ्लूएंजा आने से पहले ही केरल प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों के एक ककिलोमीटर के दायरे में पाए जाने वाले बत्तख, मुर्गियों और अन्य घरेलू मुर्गे को पकड़ने का आदेश दिया है। ताकि उनको भी एवियन इंफ्लूएंजा वायरस से बचाया जा सके। 4 जनवरी तक, लगभग 12,000 बत्तख पहले से ही एवियन इंफ्लूएंजा से मर चुके हैं और वायरस के प्रकोप को बढ़ने से रोकने के लिए लगभग 36,000 बतखों की जान लेनी बाकी है ताकि एवियन इंफ्लूएंजा को रोका जा सके।
बर्ड फ्लू –कोरोना काल में एक नया वायरस संकट(Opens in a new browser tab)
केरल कोट्टायम जिले में बडे़ पैमाने पर मंगलवार को संक्रमित पक्षियों को मारने का अभियान
शुरू किया गया है। अनुमान है कि यहां पर करीब 50 हजार पक्षियों को मारा जाएगा ताकि तेज गति से फ़ैल रहे एवियन इंफ्लूएंजा वायरस को रोका जा सके।
पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री के राजू ने आश्वासन दिया है कि –“प्रभावित किसानों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा जिनके बी बतख बर्ड फ्लू से मरे हैं। हिमाचल में जो प्रवासी पक्षी मरे थे उनमे भी एवियन इंफ्लूएंजा की पुष्टि की गई है।“
एवियन इंफ्लूएंजा वायरस के चपेट में अब चार राज्य …
केरल के कोट्टायम जिले के कुछ हिस्सों से बर्ड फ़्लू के मामले सामने आए थे और अधिकारियों ने इन क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया था। विशेष रूप से,चार राज्यों – हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में पिछले एक सप्ताह में इस के मामले सामने आए हैं। इसके बाद प्रशासन ने कुछ इलाको में पोल्ट्री फार्म से चिकन खरीदना, अंडे, आदि का उपयोग और व्यापार बंद करने को कहा है ताकि बर्ड फ्लू को रोका जा सके।