प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा है महामारी
पिछले कई दशक से प्रकृति विरोधी विकास नीति का दुष्परिणाम है कोरोना महामारी. जंगलों, पेड़ों की कटान, अंधाधुंध शहरीकरण और औद्योगीकरण. बिज़नेस और सत्ता का भ्रष्ट गंठजोड़. दिनेश के वोहरा की वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी से बातचीत.