कोरोना वैक्सीन पर यह कैसा जंग ?
डा चन्द्रविजय चतुर्वेदी ,प्रयागराज
एक ओर सारी दुनिया कोविड -19 महामारी से त्राहि त्राहि कर रही है ,इससे राहत दिलाने के लिए तमाम देश के वैज्ञानिक और फार्मा कम्पनियाँ वैक्सीन के रिसर्च में जुटी हुयी हैं ,जनता बेसब्री से वैक्सीन का इंतज़ार कर रही है तो दूसरी ओर वैक्सीन को लेकर अमेरिका ,ब्रिटेन ,कनाडा और रूस के बीच एक अलग ही द्वन्द प्रारम्भ हो गया है। रायटर्स के अनुसार अमेरिका ,ब्रिटेन ,कनाडा ने आरोप लगाया है की रूस उनकी कोरोना वैक्सीन रिसर्च को चुरा रहा है। इनका आरोप है की मेडिकल संगठनों और विश्वविद्यालयों में कोरोना वैक्सीन पर हो रहे रिसर्च पर साइबर हमला करके रुसी हैकर रिसर्च चुराने के प्रयास में लगे हैं।
इन तीनो देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा है की APT -29 कोजी बियर -COZYBEAR नाम के हैंकिग ग्रुप रिसर्च से जुडी जानकारी को चुरा रहे हैं। इनका आरोप है की कोजी बियर रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी और सरकार के इशारे पर काम करता है। ब्रिटेन के यन सी यस सी –नेशनल सायबर सिक्योरटी सेंटर के डायरेक्टर पॉल चिसेस्टर ने कहा की हम कोरोना महामारी के निदान के लिए हो रहे रिसर्च पर इस प्रकार के हमले की निंदा करते हैं। ब्रिटेन के विदेशमंत्री डॉमनिक रॉब ने रूस के ख़ुफ़िया एजेंसियों के ऐसे हमले को दुर्भाग्य पूर्ण बताया। यद्यपि रूस ने इन आरोपों का खंडन किया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दामित्री पेस्को ने कहा की यदि ऐसा कुछ है तो सबूत दिखलाना चाहिए।
उल्लेखनीय है की कोरोना वायरस पर आक्सफोर्ड वैक्सीन CHAdOX -1 n कोव 19 जो यू केसरकार और एस्ट्रा जेनिका के सहयोगसे तैयार किया जा रहा है और तीसरे फेज को पूरा करने की स्थिति में पहुँच चुका है जिसे सितम्बर तक पब्लिक के स्वास्थ्य के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है .यह वैक्सीन दुहरी सुरक्षा का होगा जिसमे एंटीबॉडीज और टी सेल दोनों उपलब्ध होंगे .रूस भी शीघ्र वैक्सीन तैयार करने का दावा करता आ रहा है .कदाचित यह द्वन्द कौन पहले वैक्सीन बाजार में उतार दे इसके लिए ही प्रतीत होता है .हाय रे बाजार.
समाचार माध्यमों से वैक्सीन के सम्बन्ध में कभी उत्साहजनक खबरें मिलती हैं तो कभी अत्यंत निराशा से भरा हुआ …वैक्सीन कब तक जनता को उपलब्ध हो सकेगा यह संशयपूर्ण होता जा रहा है .क्या विश्व की संवेदनायें इतनी अमानुषिक होती जा रही हैं ?यह चिंतनीय है .