CM योगी 75 योजनाओं का करेंगे लोकार्पण, खराब मौसम से नहीं उतरा हेलीकाप्टर, पढ़े पूरी खबर
यूपी के मेरठ में आज सीएम योगी आदित्यनाथ आने वाले हैं। इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर रविवार सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के ऊपर पहुंचा लेकिन खराब मौसम के कारण नहीं उतर पाया। कुछ देर चक्कर लगाने के बाद हेलीकाप्टर वापस गाजियाबाद लौट गया। अब सीएम हापुड़ होते हुए सड़क मार्ग से मेरठ आ रहे हैं।
सीएम का हेलीकॉप्टर कोहरे के कारण आसमान में ही है
सीएम मेरठ में 75 योजनाओं का लोकार्पण व शिल्यांस करने वाले हैं। इस दौरान सीएम योगी कृषि विवि में डिजिटल लाइब्रेरी का भी लोकार्पण करेंगे। विवि परिसर में आयोजित सभा में किसानों और छात्रों को संबोधित करेंगे। सीएम के आने से पूर्व ही कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही पहुंच गए हैं। वहीं पुलिस के उच्च अधिकारी भी मौजूद हैं। ऐसी चर्चा भी चल रही है कि सीएम का हेलीकॉप्टर कोहरे के कारण आसमान में ही है।
सभा में जुटे किसान
सीएम के आने से पहले ही सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में किसानों और लोग पहुंच गए हैं। वहीं विवि में प्रवेश के दौरान ही लोगों की जांच के बाद ही अंदर आने दिया गया है। कोरोना काल के दौरान जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए, दूर दूर बैठने की व्यवस्था की गई है। मास्क पहनना अनिवार्य है। सीएम योगी के आने से पूर्व ही क्षेत्र के सांसद और विधायक पहुंच गए हैं। इनमें से कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विधायकगण, सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, क्षेत्रीय अध्यक्ष भाजपा मोहित बेनीवाल, प्रदेश के राज्यमंत्री लखन सिंह तोमर, कपिल देव अग्रवाल मंच पर मौजूद हैं।
कैसी है सुरक्षा व्यवस्था
विश्वविद्यालय परिसर में सीएम के आने से पहले ही सभी सूरक्षा व्यवस्थाएं दूरुस्थ कर ली गई थी। विवि परिसर में चारों तरफ पुलिस का कड़ा पहरा लगा हुआ है। लोगों के आने जाने के दौरान चेंकिग किया जा रहा है। पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर मौजूद हैं। शहर के डीएम के बालाजी भी मौके पर पहुंचे हुए हैं और सभी व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। विश्वविद्यालय परिसर में जैमर लगाया गया है।
कई संगठन करेंगे मुलाकात
सीएम के दौरे के दौरान मेरठ में कई संगठन के लोग उनसे मुलाकात कर अपनी समस्याओं को रखेंगे। सफाई कर्मचारियों का दल सीएम के सामने अपनी मांगों को रखते हुए, उचित कार्यवाई की मांग करेगा तो वहीं किसान संगठन का एक दल कृषि आंदोलन के संबंध में चर्चा करेगा।