प्रमुख खबरें
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चन्द्रयान-3 की बधाईयों के साथ कुछ वैज्ञानिक सवाल
आम लोगों के जीवन का लक्ष्य मात्र दो समय रोटी तक था,पहने को कपड़े तक नहीं थे। फिर भी विक्रम…
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समाज में सुख, समृद्धि के लिए शांति और न्याय चाहिए
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता राम दत्त त्रिपाठी का कहना है कि समाज…
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भारतीय सांस्कृतिक रिक्थ और पर्यावरण
🔊 सुनें डा चंद्र्विजय चतुर्वेदी ,प्रयागराज भारतीय संस्कृति की मान्यता है कि मानव पञ्च महातत्वों –जल ,अग्नि ,आकाश, पृथ्वी ,तथा…
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थानों में सूचना दर्ज कराना इतना मुश्किल क्यों!
🔊 सुनें अगर आपकी कोई वस्तु या काग़ज़ात कहीं गिर या खो जाये तो थानों में लिखित सूचना दर्ज से…
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सूर्य ब्रह्मांड की आत्मा हैं
🔊 सुनें मकर संक्रांति पर्व पर वरिष्ठ लेखक और भारतीय संस्कृति के विद्वान हृदय नारायण दीक्षित का लेख – सूर्य…
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जोशीमठ त्रासदी के लिए कौन जिम्मेदार?
🔊 सुनें अभी कुछ समय पहले तक उत्तराखंड का रैनी गाँव सुर्खियों में था। और अब, पास का ही जोशीमठ खबरों…
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जोशीमठ त्रासदी पर सुंदर लाल बहुगुणा की याद
🔊 सुनें विनोद कोचर उत्तराखंड में चमोली जिले के जोशीमठ में जमीनें फट रही हैं, पहाड़ खिसक रहे हैं, जमीन से पानी के स्रोतफूट रहे हैं। ऐसे में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की यादें फिर से ताजा हो गई हैं। मत प्रकृति अंग पर कर प्रहार’ यह शत्रु नहीं, जननी उदार!! आज नौ जनवरी को उनका जन्मदिवस है और जोशीमठ सहित पहाड़ों में विकास के नाम पर किए जा रहेनिर्माण कार्यों के खिलाफ फिर से बड़े आंदोलन की जरूरत महसूस होने लगी है क्योंकि विकास के नाम परजिस तरह से पहाड़ों का सीना चीरा जा रहा है,धरती के नीचे लंबी लंबी विशालकाय सुरंगें खोदी जा रही हैं, प्रकृति के साथ बलात्कारकिया जा रहा है, उसके खिलाफ समय समय पर बहुगुणाजी आंदोलन करते रहे। आज उनकी जन्मतिथि पर एक बार फिर से उत्तराखंड के पर्यावरण को बचाने के लिए एक बड़े आंदोलन कीजरूरत महसूस की जा रही है। …
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स तीर्थराजो जयति प्रयागः –एक 
🔊 सुनें डा चन्द्रविजय चतुर्वेदी भारतीय संस्कृति की विशिष्टता प्रकृति के साथ तादात्म्य है |भारतीय मानस में गंगा -यामुना जैसी…
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