श्रवण गर्ग
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सांत्वनाओं के स्तर पर भी आत्मनिर्भर बना दिए जाने के ‘सफल’ प्रयोग!
🔊 सुनें सोच-सोचकर तकलीफ़ होती है, पर ऐसा हक़ीक़त में हो रहा है और हम उसे रोक नहीं पा रहे…
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हरिवंश कथा और संसदीय व्यथा
🔊 सुनें वे तमाम लोग जो नीतिपरक (एथिकल ) पत्रकारिता की मौत और चैनलों द्वारा परोसी जा रही नशीली खबरों…
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लोग जानना चाहते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए!
🔊 सुनें सहज जिज्ञासा है कि लोग पूछ रहे हैं :’अब क्या करना चाहिए ?’ एक विशाल देश और उसके…
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प्रशांत भूषण ने क्या ‘रुपया’ भरकर ‘सोलह आने’ ठीक किया ?
🔊 सुनें प्रशांत भूषण अगर अपने आपको वास्तव में ही निर्दोष मानते हैं तो उन्हें बजाय एक रुपए का जुर्माना…
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एक प्रवक्ता की मौत और मीडिया की कथित मजबूरियाँ !
🔊 सुनें श्रवण गर्ग एक राजनीतिक दल के ऊर्जावान प्रवक्ता की एक टीवी चैनल की उत्तेजक डिबेट में भाग लेने…
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क्या कोई चौंकाने वाली बात कहेंगे लाल क़िले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ?
🔊 सुनें -श्रवण गर्ग प्रधानमंत्री पंद्रह अगस्त को देश के चोहत्तरवें स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले की प्राचीर से लगातार…
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बीमारी और मौत के आँकड़ों से अब डर ख़त्म हो गया है ?
🔊 सुनें श्रवण गर्ग हमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि बीमारी और मौतों के तेज़ी से बढ़ते हुए आँकड़ों से…
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सरकार तो बच गई, ‘सरदार’ कमज़ोर हो गए ?
🔊 सुनें -श्रवण गर्ग सत्ता की राजनीति के विद्रूप चेहरे एक-एक कर उजागर होते जा रहे हैं।हाल के महीनों में…
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