श्रवण गर्ग
-
सांत्वनाओं के स्तर पर भी आत्मनिर्भर बना दिए जाने के ‘सफल’ प्रयोग!
Read More »सुनें सोच-सोचकर तकलीफ़ होती है, पर ऐसा हक़ीक़त में हो रहा है और हम उसे रोक नहीं पा रहे…
-
हरिवंश कथा और संसदीय व्यथा
Read More »सुनें वे तमाम लोग जो नीतिपरक (एथिकल ) पत्रकारिता की मौत और चैनलों द्वारा परोसी जा रही नशीली खबरों…
-
लोग जानना चाहते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए!
Read More »सुनें सहज जिज्ञासा है कि लोग पूछ रहे हैं :’अब क्या करना चाहिए ?’ एक विशाल देश और उसके…
-
प्रशांत भूषण ने क्या ‘रुपया’ भरकर ‘सोलह आने’ ठीक किया ?
Read More »सुनें प्रशांत भूषण अगर अपने आपको वास्तव में ही निर्दोष मानते हैं तो उन्हें बजाय एक रुपए का जुर्माना…
-
एक प्रवक्ता की मौत और मीडिया की कथित मजबूरियाँ !
Read More »सुनें श्रवण गर्ग एक राजनीतिक दल के ऊर्जावान प्रवक्ता की एक टीवी चैनल की उत्तेजक डिबेट में भाग लेने…
-
क्या कोई चौंकाने वाली बात कहेंगे लाल क़िले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ?
Read More »सुनें -श्रवण गर्ग प्रधानमंत्री पंद्रह अगस्त को देश के चोहत्तरवें स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले की प्राचीर से लगातार…
-
बीमारी और मौत के आँकड़ों से अब डर ख़त्म हो गया है ?
Read More »सुनें श्रवण गर्ग हमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि बीमारी और मौतों के तेज़ी से बढ़ते हुए आँकड़ों से…
-
सरकार तो बच गई, ‘सरदार’ कमज़ोर हो गए ?
Read More »सुनें -श्रवण गर्ग सत्ता की राजनीति के विद्रूप चेहरे एक-एक कर उजागर होते जा रहे हैं।हाल के महीनों में…