गंगोत्री में वस्त्र प्रदूषण
माँ गंगा के उद्गम गंगोत्री में बड़ी संख्या में भक्तों द्वारा नदी में साड़ी और अन्य वस्त्र दान से प्रदूषण हो रहा है। प्रायः ये वस्त्र प्लास्टिक थैलियों में नदी में डाल दिए जाते हैं और बहुत से वस्त्र पोलिएस्टर के होते हैं।
इस वर्ष उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में भारी भीड़ है। इसमें गंगोत्री भी शामिल है।
मंगलवार नौ मई को हज़ारों श्रद्धालुओं ने आज माँ गंगा में पवित्र स्नान किया। इस video में श्रद्धालुओं द्वारा माँ गंगा जी को वस्त्र भेंट करते हुए दिखाया गया है।
दुःखद पहलू ये है कि महिला तीर्थयात्रियों ने बड़ी संख्या में माँ गंगा में श्रृंगार व वस्त्र धोती साड़ी माँ गँगा में भेंट (प्रवाहित) की।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुराने कपड़े भी विसर्जित करते नज़र आये।।
गँगा विचार मंच ने अपील की है कि माँ गंगा के धाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि माँ गंगा में किसी भी तरह के वस्त्र न बहाए। इनसे माँ गंगा में प्रदूषण ही बढ़ता है।
माँ गंगा आपके द्वारा भेंट किये वस्त्रों से खुश नहीं अपितु व्यथित ही होती हैं।।
आप जो कुछ भी बस्तुओं, पूजा, श्रृंगार व वस्त्र धोती कुर्ता साड़ी भेंट करना चाहते हैं तो माँ गंगा के मुख्य गंगोत्री मंदिर में ही चढाएं या फिर किसी जरूरत मंद लोगों को भेंट करें, माँ गंगा आपके द्वारा जरूरत मंद लोगो व मुख्य मंदिर में दान किये वस्त्रों के बाद आपको असीम प्यार ,आशीर्वाद व आशीष देंगी।
गँगा विचार मंच व जिला गँगा समिति उत्तरकाशी आने वाले दिनों में जनजागरण व जागरूकता के लिए गंगोत्री में इस तरह के बैनर लगाएगी जिसमे ये सूचना होगी कि माँ गंगा के प्रवाह में किसी भी तरह के वस्त्र आदि न प्रवाहित करें।
गँगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने गंगोत्री में श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों व लोगो से अपील की कि माँ गँगा में किसी भी तरह को पूजा सामग्री, खासकर वस्त्र यानी साड़ी धोती व कपड़े प्रवाहित न करें।
इसके लिए लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने गंगोत्री मन्दिर समिति से भी गुजारिश की कि श्रद्धालु वस्त्र आदि गंगोत्री मंदिर में ही भेँट करे।
गँगा सप्तमी पर्व
आपको बताते चलें कि गँगा सप्तमी के अवसर पर गंगा के मायके गंगोत्री के मार्कण्डेय मंदिर मुखवा में गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट, गंगोत्री के जिला संयोजक रावल अशोक सेमवाल व जिला संयोजक जयप्रकाश भट्ट के नेतृत्व में स्थानीय जन प्रतिनिधियों व गंगा विचार मंच के कार्यकर्ताओं व स्थानीय जनता ने हर्सोल्लास के साथ 8 मई को गँगा सप्तमी पर्व मनाया।।
गंगा तट पर स्थित मार्कण्डेय मंदिर में सबसे पहले गँगा जी की पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात भक्ति गीतों व माँ गंगा की स्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, गंगा स्वच्छता गोष्ठी व स्वच्छता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम में गंगा विचार मंच के द्वारा कपड़े के बैग, टोपी व टी शर्ट भी बांटी गई।।
गंगोत्री के गंगा विचार मंच के संयोजक रावल अशोक सेमवाल के नेतृत्व में दीपोत्सव कार्यक्रम के तहत 1001 दीप “एक नाव” में माँ गंगा में प्रवाहित किये।।
जय माँ गंगे , नमामि गंगे।