सरकार ने अस्पताल को जेल बना दिया !
एक तरफ़ अस्पतालों की कमी का रोना है , वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार ने बलिया ज़िले में करोड़ों की लागत से बने अपने अस्पताल के भवन को जेल में परिवर्तित कर दिया है. इसका खुलासा किया है . विधानसभा में नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी ने .
बलिया के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के साथ ही साथ जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने आज प्रदेश के स्वास्थ मंत्री को पत्र लिख कर जनहित के लिए तत्काल कार्यवाही करने को कहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने मनियर क्षेत्र के रिगवंन में वर्षो से निर्मित चिकित्सालय को तत्काल चालू कराने सुखपुरा चिकित्सालय जो कि करोंङो की लागत से निर्मित हुआ है को अस्थाई कारागार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है उसे तत्काल चिकित्सालय के रूप में चालू करने बांसडीह के अगउर में निर्मित हॉस्पिटल को भी दुरुस्त कराने के साथ ही रेवती में एक्सरे मशीन लगाने तथा मनियर,बेरुआरबारी बांसडीह के चिकित्सालयो में ब्लड जांच मशीन( आटो एनेलाइजर मशीन) लगाने जिससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को जांच हेतु परेशानी न हो बांसडीह केंद्र पर डॉक्टर की तैनाती की गुजारिश किया।और कहा कि बांसडीह तहसील मुख्यालय पर या आस पास में एक ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जाय।
रामगोविन्द चौधरी ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में कहा कि मैं पिछले दिनों जब जनपद के चिकित्सालयों पर गया और वहा पर मरीज,तिमारदारों और चिकित्साकर्मियों से बात किया उसी दौरान मुझे बताया गया कि पत्र में उल्लिखित व्यवस्थाएं अगर हो जाय तो कुछ हद तक इस ग्रामीण अंचल में महामारी से लड़ने में सहायता मिलेगी।जिस पर मैंने उसके अगले दिन ही अपने क्षेत्र विकास निधि से अतिआवश्यक समनो हेतु प्रस्ताव प्रेषित कर दिया लेकिन सभी कार्य क्षेत्र विकास निधि से पूरा कराना सम्भव नही है इस बार की कॅरोना लहर ग्रामीण क्षेत्रो में जिस तेजी से फैल रहा है उसे देखते हुए हमें शहरी क्षेत्रों के साथ -साथ ग्रामीण क्षेत्रो के स्वास्थ्य व्यवस्था भी ठीक करनी होगी
तभी हम गाँव और ग्रामीणों को बचा सकते है।