बाबरी विध्वंस : फैसला थोड़ी देर में
बाबरी विध्वंस के आपराधिक मामले में 28 वर्ष बाद आज फैसले की घड़ी आ गयी है।
हाजिरी से छूट पाने वाले आरोपितों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के लिए कोर्ट रूम में मॉनिटर लगाया गया।
जज ने पेशकार से आरोपितों की उपस्थिति के बारे में जानकारी मांगी।
जज एसके यादव करीब 11 बजे कोर्ट रूम में पहुँचे।
सभी आरोपित एक-एक करके कोर्ट रूम में पहुँच रहे हैं।
कोर्ट रूम में केवल आरोपित और वकील होंगे।
जज एसके यादव 10 से 15 मिनट अपना फैसला पढ़ेंगे।
बताया जा रहा है कि फैसला लगभग 2000 पृष्ठों का है।
बताया जाता है कि पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 1 बजे के बीच कभी भी फैसला सुनाया जा सकता है।
आरोपी विनय कटियार, रामविलास वेदांती, जयभगवान गोयल, अमरनाथ गोयल, महंत धर्मदास, साध्वी ऋतंभरा, चंपत राय, नवीन भाई शुक्ला, प्रकाश शर्मा, रामजी गुप्ता , साक्षी महाराज, आचार्य धर्मेंद्र, बृजभूषण शरण सिंह समेत सभी 26 आरोपित कोर्ट में पहुँच चुके हैं।
लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह, महंत नृत्य गोपाल दास समेत 6 आरोपितों को वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिये उपस्थित रहने की छूट दी गयी है।
सीबीआई की विशेष अदालत के जज एसके यादव कोर्ट में पहुँच चुके हैं।
सुबह साढ़े 10 बजे तक 18 आरोपित अदालत में पहुँच चुके थे।
अयोध्या में भारी सुरक्षा व्यवस्था है। लखनऊ में कोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा है।