पनामा पेपर लीक मामले में ED के दफ्तर पहुंचीं ऐश्वर्या, साढ़े पांच घंटे चली पूछताछ
ईडी ने ऐश्वर्या को फेमा के मामले में समन किया था। यह समन नवंबर में 9 तारीख को 'प्रतीक्षा' यानि बच्चन परिवार के आवास पर भेजा गया था। साथ ही 15 दिनों के भीतर इसका जवाब भी मांगा था। ऐश्वर्या ने ईमेल के जरिये ईडी को जवाब दिया। मामले की जांच कर रही एसआईटी में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी भी शामिल हैं।
Panama Papers leak case : ED के दफ्तर पहुंचीं ऐश्वर्या राय बच्चन
Panama Papers leak case: पनामा पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालन (ईडी) ने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को समन भेजा है। इसके बाद ऐश्वर्या राय पति अभिषेक बच्चन के साथ दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर पहुंचीं। यहां ऐश्वर्या से साढ़े पांच घंटे तक ईडी की पूछताछ चली। बता दें कि इस मामले में तकरीबन एक महीने पहले अभिषेक बच्चन को भी पूछताछ के लिये ईडी ने अपने दफ्तर बुलाया था। सूत्रों के मुताबिक, ईडी के दफ्तर पर अगली बार बच्चन परिवार से अमिताभ बच्चन को भी पूछताछ के लिये बुलाया जा सकता है।
बता दें, Panama Papers leak में बच्चन परिवार का नाम सामने आया था। कई हस्तियों के नाम सामने आने के बाद ईडी ने जांच आगे बढ़ाई थी और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दायर किया था। माना जा रहा है कि इसी सिलसिले में समन जारी किया गया है।
बता दें कि ऐश्वर्या राय बच्चन को ईडी ने पहले भी दो बार समन भेजा था, लेकिन दोनों ही बार उन्होंने नोटिस को स्थगित करने की गुजारिश की थी। ये गुजारिश पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम के समक्ष की गई थी।
ईडी ने ऐश्वर्या को फेमा के मामले में समन किया था। यह समन नवंबर में 9 तारीख को ‘प्रतीक्षा’ यानि बच्चन परिवार के आवास पर भेजा गया था। साथ ही 15 दिनों के भीतर इसका जवाब भी मांगा था। ऐश्वर्या ने ईमेल के जरिये ईडी को जवाब दिया। मामले की जांच कर रही एसआईटी में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी भी शामिल हैं।
क्या है पनामा पेपर लीक मामला
पनामा पेपर लीक मामले में एक कंपनी (Mossack Fonseca) के लीगल दस्तावेज लीक हुये थे। ये डेटा जर्मन न्यूजपेपर
Suddeutsche Zeitung (SZ) ने Panama Papers नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था। इसमें भारत समेत 200 देशों के राजनेता, बिजनेसमैन, सिलेब्रिटीज के नाम शामिल थे, जिन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे। इसमें 1977 से 2015 के अंत तक की जानकारी दी गई थी।
लिस्ट में 300 भारतीयों के नाम शामिल थे। इसमें ऐश्वर्या के अलावा अमिताभ बच्चन, अजय देवगन जैसे सेलेब्स के नाम भी शामिल थे।
यही नहीं, इस लिस्ट में देश के पूर्व सोलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या और मोस्ट वॉन्टेड क्रिमिनल इकबाल मिर्ची जैसे नाम भी शामिल थे।
मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। फिर केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था। इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था। MAG सभी नामों की जांच करके रिपोर्ट काले धन के जांच के लिये बनी SIT और केंद्र सरकार को दे रही थी।
जानिये, और कौन कौन से नाम थे इसमें शामिल…
ऐश्वर्या राय बच्चन: अभिनेत्री को उनके भाई और माता-पिता के साथ एमिक पार्टनर्स लिमिटेड के निदेशक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
अमिताभ बच्चन: अभिनेता को कथिततौर पर ब्रिटिश वर्जीनिया द्वीप समूह में एक कंपनी और बहामास में तीन में निदेशक के रूप में नामित किया गया है।
केपी सिंह: पनामा पेपर्स लीक में डीएलएफ के प्रमोटर का भी नाम आया था।
अजय देवगन: रिपोर्ट्स के मुताबिक, 29 अक्टूबर 2013 को ब्रिटिश वर्जीनिया द्वीप समूह में मैरीलेबोन एंटरटेनमेंट लिमिटेड के मूल शेयरधारक लंदन स्थित हसन एन सयानी थे। देवगन ने कथित तौर पर उसी दिन पूरी शेयरधारिता खरीद ली थी।
विनोद अडानी: ये गौतम अडानी के भाई हैं।
शिशिर कुमार बाजोरिया: पनामा पेपर्स लीक में कोलकाता के इस बिजनेसमैन का नाम आया था।
अनुराग केजरीवाल: ये 2014 में निष्कासित होने तक लोक सत्ता पार्टी की दिल्ली विंग के अध्यक्ष थे।
रविंद्र किशोर सिन्हा: पैराडाइज पेपर्स लीक में भाजपा के पूर्व सांसद रवींद्र किशोर सिन्हा का नाम सामने आया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिन्हा 2008 में माल्टा में पंजीकृत एसआईएस एशिया पैसिफिक होल्डिंग्स के अल्पसंख्यक शेयरधारक और निदेशक थे।
नरेश गोयल: जेट एयरवेज के पूर्व अध्यक्ष नरेश गोयल का नाम एचएसबीसी सूची में था, जबकि उनके सहयोगी दुबई के व्यवसायी हसमुख गार्डी पनामा पेपर्स में शामिल थे।
जयंत सिन्हा: पैराडाइज पेपर्स में भाजपा सांसद जयंत सिन्हा का नाम भी है। आईसीआईजे द्वारा की गई जांच में ओमिडयार नेटवर्क के साथ उसके सहयोग में अनियमितताएं सामने आई हैं।
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