मणिपुर: इस वजह से हिरासत में ली गईं चर्चित महिला आईपीएस अधिकारी
(मीडिया स्वराज डेस्क)
नई दिल्ली. मणिपुर में चंद रोज पहले मुख्यमंत्री और ड्रग डीलर के बीच रिश्तों का खुलासा करने वाली महिला आईपीएस अधिकारी को खुद पुलिस के पचडे में फंस गई हैं। उन पर लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का आरोप है। पश्चिमी इंफाल की पुलिस ने इस बारे में बताया कि महिला आईपीएस अधिकारी थोनाउजम बृंदा और दो अन्य को लॉकडाउन के नियम तोड़ने के लिए तात्कालिक तौर पर हिरासत में लिया गया था। आपको बता दें कि यह वही आईपीएस बृंदा थेनाउजम हैं जिन्होंने हाल में मणिपुर के सीएम पर ड्रग डीलर का साथ देने के आरोप लगाए थे।
जानकारी के मुताबिक बृंदा ने आरोप लगाया था कि एक पूर्व बीजेपी पदाधिकारी के खिलाफ जांच में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दखल दिया था। दरअसल उस पूर्व बीजेपी पदाधिकारी पर स्मगलिंग से संबंधित गंभीर आरोप थे। बृंदा ने ये आरोप एफिडेविट के जरिए कोर्ट में लगाए हैं। हालांकि बृंदा पर कोर्ट की अवमानना का मामला भी चल रहा है। दरअसल बीजेपी के पूर्व पदाधिकारी को स्पेशल कोर्ट से जमानत दिए जाने के फैसले पर बृंदा ने फेसबुक पोस्ट लिखी थी। जिस पर कोर्ट ने संज्ञान लिया था। बृंदा पर कोर्ट रूम में जज की तरफ आपत्तिजनक इशारे करने का भी आरोप है। हालांकि बृंदा ने एफिडेविट में इस आरोप से इनकार किया है। अब उन्हें हिरासत में लिए जाने का मामला गर्म हो गया है।
इंफाल के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के. जयंत ने बताया है कि पुलिस बृंदा पर निगाह नहीं रख रही है और उन्हें निशाना बनाए जाने का कोई भी इरादा नहीं है। हालांकि हिरासत में लिए जाने को लेकर भी बृंदा ने पोस्ट लिखी है। उन्होंने कहा है कि मेरे पति कर्फ्यू तोड़ने के लिए फाइन देने के लिए तैयार थे लेकिन उन लोगों ने मना कर दिया। हम लोग पूरी तरह पुलिसवालों से घिरे हुए थे। बृंदा ने पोस्ट में यह भी लिखा है कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने का कारण भी नहीं बताया था। उन्हें जबरन हिरासत में लिया गया।