अगले २० दिनों तक “नियोवाइस” पुच्छल तारा सूर्योदय और सूर्यास्त के २० मिनिट पूर्व और बाद में देख सकते हैं ।
डा० राम श्रीवास्तव
नियोवाईस नाम का यह पुच्छल तारा अगर आप देखना चाहते हैं तो आपको सूर्योदय से लगभग २० मिनिट पहिले उत्तरी पूर्वी आसमान में क्षितिज से लगभग १० डिगरी के कोण पर पौ फटने के साथ आंखें गड़ाकर देखना पड़ेगा । अगले २० दिनों को हम इसे अपनी दुहरी पूंछ के साथ खुली आंख से देख सकेंगे । अगर आप इसके दर्शन संध्या के समय करना चाहते हैं , तो शाम के समय उत्तरी पश्चिम दिशा के खुले आसमान में सूर्यास्त के बाद २० मिनिट तक देख सकते हैं । यह मनोरम खगोलीय दृश्य एक विरली घटना है । पिछली वार यह कामेट लगभग छ:हजार साल पहिले हमारे सूर्य की परिक्रमा करने आया था । उस समय धरती पर न तो क्राईस्ट जीसस पैदा हुए थे ,और न ही हजरत मोहम्मद पैगम्बर मौजूद थे । आर्यावृत में “राम रावण “ का युग चल रहा होगा । उस समय मानव सभ्यता कैसी रही होगी ? क्या आज हम कल्पना कर सकते हैं । अगर आपने इस अद्भुत पुच्छल तारे के अभी दर्शन नहीं किए तो फिर कभी भी आप इसके दर्शन नहीं कर सकेंगे । क्योंकि अगली बार यह पुच्छल तारा सन् ८७८६ ई० में हमारे सूर्य की परिक्रमा करने आयेगा ।