क्या समाजवाद का कोई भविष्य है

क्या समाजवाद का कोई भविष्य है ?

दुनिया में दो तरह की राजनीतिक विचारधारा चल रही हैं . एक पूंजीवाद और दूसरा समाजवाद – मार्क्सवाद . लेकिन रूस और चीन ने एक तरह से समाजवाद के मौलिक सिद्धॉंत को छोड़ दिया . भारत के समाजवादी और मार्क्सवादी भटक और बिखर गये.

वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी ने समाजवाद के इतिहास , वर्तमान और भविष्य पर समाजशास्त्री प्रो आनंद कुमार से लंबी बातचीत की.

प्रसिद्ध समाजशास्त्री प्रो आनंद कुमार से राम दत्त त्रिपाठी की बातचीत

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