विधानसभा चुनाव में सपनों का बोलबाला
मुकेश अलख
उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के ऐलान से पहले ही सरकार बनाने दावा करने वाली पार्टी के चीफ बकौल अखिलेश यादव को सपने में कृष्ण भगवान हर दिन आने लगे और उन्हें बोलते हैं कि सरकार तुम्हारी बनाने वाली हैं । सपना तो सपना हैं वो भला भाजपा को क्यों नहीं आ सकता, सो उसने इनके मुख्यमंत्री योगी बाबा को भी चपेटे में ले लिया , बकौल बाबा कृष्ण भगवान सपने आ कर कहते …………..!
चुनाव के ऐलान के बाद सपने शिफ्ट हो गए हैं । अब सपने फिलहाल, टिकटार्थियों को आने लगे हैं जिससे ये बहुत परेशान है। अभी तो कृष्ण भगवान सपने में इन्हें सिर्फ इतना ही कह रहे कि टिकट नहीं मिलेगा । भाजपा वाले अनेक विधायकों का टिकट काट रहे है वे भाग कर सपा में आएंगे और जिताऊ उम्मीदवार होंगे तो सपा उन्हें टिकट दे देगी, इस तरह सपा के होते हुए भी तुम्हें टिकट नहीं मिलेगा।
कृष्ण भगवान ने यह भी कहा कि फिर से अखिलेश के सपने में कहूंगा कि तुम सिर्फ़ ऐसे ही कंडीडेट को टिकट देना जो जिताऊ हो चाहे वह भाजपा से भाग कर क्यों न आया हो तभी तुम्हारी सरकार बनेगी ।
कृष्ण भगवान का उम्मीदवारों के सपने में आना इनकी नींद हराम कर दी है । ऐसे उम्मीदवारों को दिक्कत यह कि सपना आना बंद नहीं हो रहा है और रात कटना मुश्किल हो रहा है। “दिन तो टिकट के चक्कर में गुजार जाता है। रात नहीं कटती ।”
इस बार के चुनाव में सपने का बोलबाला है जिसमें कृष्ण भगवान विचरण कर रहे है।वो कभी सपा चीफ के सपने में आ जाते है तो कभी योगी बाबा के सपने में अब तो टिकटार्थियों को को भी चपेटे में ले लिया है।
एक ऐसा टिकटार्थी एक पार्टी दफ्तर में मिला जो दूरदराज के विधानसभा क्षेत्र से आया था और टिकट के लिए चक्कर लगा रहा था।उसके सपने में भी कृष्ण भगवान आए थे और उसे भी कह गए कि टिकट नहीं मिलेगा |
इसके बाद भी वह टिकट के लिए जोर आजमाइश में लगा है, पूछने पर आत्मविश्वास से लबरेज़ वह कहता है कि “सपने सपने कब हुए अपने, अंधियारों के ये है मोती भोर हुए और फूट गए।”
इस टिकटार्थी की सोच ने मुझे भी चक्कर में डाल दिया !जब ऐसा है तो अखिलेश और बाबा के सपनों का क्या होगा ?
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।