क्या ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं…’ नारे को लेकर यूपी में खरी उतर पाएगी कांग्रेस?
यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने का वायदा तो कर दिया, लेकिन अब उनका वही वायदा कांग्रेस पार्टी के लिये गले की हड्डी साबित होता दिख रहा है. यूपी में अभी तक कांग्रेस के पास जितने आवेदन आए हैं, उसमें महिलाओं की संख्या काफी कम है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2020 के लिये 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देनेे का वायदा करने वाली कांग्रेस मुश्किल में फंसती नजर आ रही है. पार्टी को विधानसभा चुनाव में खड़े होने के लिए महिलाएं मिल ही नहीं रही हैं. यूपी चुनाव में टिकट के लिये स्क्रीनिंग कमेटी के पास जो आवेदन आए हैं, उसमें महिलाएं गिनी चुनी ही हैं. ऐसे में अब कांग्रेस के सामने महिलाओं को विधानसभा में टिकट देने को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
आपको याद हो कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का वायदा किया था. उन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा भी दिया है.
इसके बाद कांग्रेस ने अपने सभी आवेदकों को 15 नवंबर तक आवेदन करने के लिए भी कहा, जिसमें पार्टी ने यह भी साफ कर दिया कि 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दी जाएगी इसलिए महिलाएं आगे आकर आवेदन करें. बता दें कि आवेदन के लिए 11 हजार रुपये की डीडी भी जमा कराई गई है.
हालांकि, डेडलाइन खत्म होने के बाद जब स्क्रीनिंग कमेटी ने आवेदकों की स्क्रूटनी शुरू की तो पाया कि इसमें महिला आवेदकों की संख्या काफी कम है. लखनऊ सीट पर ही 110 आवेदक आए, जिसमें से महिलाएं मात्र 18 ही हैं. इसी तरह लखनऊ मध्य में 15 दावेदारों में से 7 महिलाएं हैं. इसके अलावा मोहनलालगंज में 7 में से 3 महिलाएं, पूर्वी में 11 में से 3 महिलाएं, कैंट में 9 में से 2 महिलाएं और नॉर्थ में 9 में से 2 महिलाएं हैं.
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लखनऊ में 7 जिलों के आवेदकों की स्क्रीनिंग की गई थी, जिसमें पुरुषों की संख्या काफी ज्यादा रही. बताया जा रहा है कि पूरे प्रदेश में 1700 से ज्यादा फॉर्म आए हैं. ऐसे में अगर किसी जगह महिला आवेदक नहीं हैं तो महिला उम्मीदवार को ढूंढ़ना बड़ी चुनौती बनी हुई है.