भागता परिवार बना भाजपा, अखिलेश ने क्यों कहा ऐसा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, भागता परिवार बना भाजपा
भागता परिवार बना भाजपा. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस करके मीडियाकर्मियों के सामने कह दिया कि जल्दी ही बीजेपी अपना स्लोगन बदलकर भाजपा नहीं भागता परिवार कर देगी. यूपी चुनावों से ठीक पहले अखिलेश का यह स्लोगन आगे भी कायम रहेगा या नहीं, यह एक बड़ा सवाल है. फिलहाल आज के प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने क्या क्या मुद्दे उठाए, आइए जानते हैं…
मीडिया स्वराज डेस्क
आज बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 6 और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 1 विधायक ने समाजवादी पार्टी (SP) का दामन थाम लिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ये बीएसपी के लिए बड़ा झटका है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने विधायकों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई. इसके बाद अखिलेश मीडिया से मुखातिब हुए और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अब भाजपा परिवार ‘भागता’ परिवार दिखाई देगा और इस बार के चुनाव में बीजेपी पूरी तरह से साफ हो जाएगी. सपा नेता ने कहा कि अभी बहुत से लोग हैं जो उनकी पार्टी में आना चाहते हैं. अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता को किया गया बीजेपी का एक भी वायदा अब तक पूरा नहीं हुआ है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अब कुछ ही महीने रह गए हैं. इस बीच आज शनिवार को बहुजन समाज पार्टी से निकाले गए छह विधायक और भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. इन सातों विधायकों समेत भीम सेना के सदस्यों ने भी समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया है. यानि भागता परिवार बना भाजपा.
बसपा से निलंबित विधायकों- असलम राइनी (Shravasti), सुषमा पटेल (Mungra Badshahpur, Jaunpur), हर गोविंद भार्गव (Sidhauli, Sitapur), हकीम लाल बिंद (Handiya, Prayagraj), मुजतबा सिद्दीकी (Pratappur, Prayagraj) और असलम अली चौधरी (Dhaulana, Hapur) ने आज सपा की सदस्यता ग्रहण की. वहीं, सीतापुर से भाजपा विधायक राकेश राठौर, जो कि तेली समाज से हैं, ने भी अखिलेश की मौजूदगी में आज समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया है. यानि भागता परिवार बना भाजपा.
यादव ने किसी का नाम लिए बगैर पत्रकारों से कहा, “आने वाले समय में सपा की सरकार बनने जा रही है. इस वक्त जो सरकार में हैं, उनसे मेरा निवेदन है कि वे दिवाली का त्यौहार मनाएं और अपने घर की सफाई अच्छे से करा लें, ताकि वहां आने वाली सरकार को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो.”
भाजपा विधायक राकेश राठौर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित छह विधायकों के सपा में शामिल होने के मौके पर अखिलेश यादव ने संवाददाताओं से कहा, “राकेश राठौर जी के सपा में शामिल होने के बाद हो सकता है मुख्यमंत्री जी अपना नारा बदल दें और इसे “मेरा परिवार, भाजपा परिवार” के बजाय “मेरा परिवार, भागता परिवार” कर दें.” यानि कहना गलत न होगा कि भागता परिवार बना भाजपा.
अखिलेश ने आगे कहा कि जिस तरह आज बीजेपी के एक विधायक हमारे साथ आ गए हैं, ऐसे ही कई और विधायक भी हमारे साथ जुड़ना चाह रहे होंगे. मुझे यकीन है कि बहुत जल्द उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा. मैं यह भी दावे के साथ कह सकता हूं कि जनता इतनी दुखी है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होकर रहेगा. मैंने जो कहा है कि यह नारा बदलेगा और “भाजपा परिवार भागता परिवार” ही दिखाई देगा. यानि कहना गलत न होगा कि भागता परिवार बना भाजपा.
बता दें कि आने वाले चुनावों में प्रदेश में सपा की सरकार बनने जा रही है. कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य हरेन्द्र मलिक और उनके पूर्व विधायक पुत्र पंकज मलिक हाल ही में सपा में शामिल हुए थे. बसपा विधायक और पूर्व मंत्री लालजी वर्मा और रामअचल राजभर भी सपा में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं. सपा ने पूर्वांचल के राजभर मतदाताओं में पैठ रखने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से गठबंधन किया. मालूम हो कि पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई वाली इस पार्टी ने वर्ष 2017 का पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था. इस वक्त उसके चार विधायक हैं.
यादव ने आगे कहा कि भाजपा ने जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया है. 2017 के विधानसभा चुनाव के वक्त भाजपा ने अपने संकल्प पत्र के पन्ने पलटते हुए कहा, “कल भाजपा के मंच से कहा गया कि उसने अपने चुनावी घोषणा पत्र के 90 फीसद तक वायदे पूरे कर दिए हैं और बाकी बचे हुए दो महीने में पूरे हो जाएंगे. मुझे लगता है कि भाजपा ने एक बार लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाया और फिर उसे कूड़ेदान में फेंक दिया.”
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के संकल्प पत्र का कोई भी पन्ना आप पलट लीजिए. जनता से किया गया एक भी वायदा पूरा नहीं हुआ है. इस चुनावी घोषणापत्र में सबसे पहली बात कही गई थी कि 2022 तक किसानों की कृषि आमदनी दोगुनी करने के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया जाएगा. आज उत्तर प्रदेश का किसान जानना चाहता है कि आखिरकार वह आय कब दोगुनी होगी.
सपा प्रमुख ने आगे कहा, महंगाई आज आसमान छू रही है, सब कुछ महंगा हो गया है. चीनी मिलों ने अब तक कई किसानों का भुगतान नहीं किया है. भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में मौजूद एक भी वायदा आज तक पूरा नहीं किया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुंदेलखंड के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा पर भरोसा किया लेकिन भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा विश्वासघात उन्हीं के साथ किया. उन्होंने भाजपा पर शिक्षण संस्थानों को चौपट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन संस्थानों में एक खास तरह की सोच के लोगों को बैठा दिया गया है ताकि बरसों बरस उसी सोच के लोग संस्थान में भर्ती होते रहें. इससे बड़ा नुकसान और कुछ नहीं हो सकता है. सपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि जो नौजवान रोजगार मांगने आया, उसे भाजपा सरकार ने लाठी मारकर वापस भेजा है, ऐसे में इस बार नौजवान वोट के जरिए भाजपा का सफाया करेगा. यानि भागता परिवार बना भाजपा.
उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा कि भाजपा को अगर ज्यादा देर सत्ता में रहने का मौका मिला तो वह सरकार को भी आउट सोर्स कर देगी. यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस और भाजपा के बारे में समाजवादियों का यही मानना है कि जो कांग्रेस है, वही भाजपा है और जो भाजपा है वही कांग्रेस है. सपा अध्यक्ष ने लखीमपुर खीरी कांड मामले के बाद विवादों से घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मौजूदगी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “गाड़ी से किसानों को कुचलने की तस्वीरें किसने नहीं देखी. वह वीडियो भी देख लीजिए जिसमें मंत्री ने धमकाया. उस मंत्री को अमित शाह के साथ मंच पर सम्मान दिया जा रहा है.”
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी, दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. उन्हें अब यह बात समझ आ चुकी है और उनकी पार्टी भी अब यही मानती है. अखिलेश ने आगे कहा कि आज देश में दो ही मुख्य मुद्दे हैं, महंगाई और बेरोजगारी. लोग बीजेपी से परेशान हो चुके हैं और यूपी के आगामी चुनाव में प्रदेश से बीजेपी का सफाया हो जाएगा.
शनिवार को हुए अखिलेश की प्रेस वार्ता में जिन मुद्दों पर बात की गई, उनके कुछ खास बिंदु इस प्रकार हैं…
- सभी माननीय विधायकों का समाजवादी पार्टी में बहुत-बहुत स्वागत एवं धन्यवाद. आने वाले समय में हमारी सरकार बनने जा रही है.
- किसान का धान बिकने के लिए तैयार है, लेकिन जो कीमत तय की गई थी, भाजपा सरकार में वह किसान को नहीं मिल रही है.
- मंडियों को बनाने का वादा किया गया था लेकिन जो मंडिया चल रही थीं, उन्हें बंद कर दिया और नई मंडिया किसानों के लिए बनाई नहीं गई.
- सिंचाई के लिए वादा किया गया था, लेकिन सिंचाई के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया. पानी की व्यवस्था तक नहीं की गई.
- समाजवादी सरकार थी, तब अमूल का प्लांट 5 लाख लीटर प्रोक्योरमेंट का लग गया था.
- उत्तर प्रदेश में जो अमूल के प्लांट हैं, उसमें यूपी के किसानों से दूध नहीं लिया जाता बल्कि गुजरात से दूध आता है.
- लैपटॉप देने के वायदे पर मैं क्या बोलूं, भाजपा सरकार साढे 4 साल से न जाने कौन सी “टेबलेट” दे रही है, जो अब टैबलेट देने का वादा कर रहे हैं.
- बारिश से जिन किसानों को नुकसान हुआ, भाजपा सरकार उनकी मदद भी नहीं कर पा रही है.
- मुख्यमंत्री पहली बार झांसी गए थे. उन्होंने कहा कि झांसी में मेट्रो बनेगी, लेकिन मेट्रो ना झांसी में बनी न गोरखपुर में बनी.
- शिक्षा संस्थानों को चौपट कर दिया गया और एक ही सोच के लोगों को बिठा दिया गया है, ताकि वर्षों वर्षों तक वही अपॉइंटमेंट होते रहें. भाजपा के सिवाय इससे बड़ा नुकसान किसी और ने नहीं किया .
- सभी तीर्थ स्थलों को फोरलेन मार्ग से जोड़ा जाएगा, बजट में जो हेड खोला गया था, सरकार ने वो हेड खत्म कर दिया.
- भारतीय जनता पार्टी बताएं किस मुख्यालय को इस फोर लेन से उस फोर लेन तक जोड़ दिया है.
- शहरों में नदियां किस तरह से साफ होंगी, उस प्रोजेक्ट को भी भारतीय जनता पार्टी ने रोक दिया.
- मुझे उम्मीद है कि इस दिवाली तक मुख्यमंत्री जी मुख्यमंत्री निवास बहुत अच्छी तरह से साफ कर देंगे ताकि आने वाली सरकार अच्छे से काम कर सके.
- भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री जवाब दें और सभी प्रदेश टहल कर आएं और बताएं कि जो समाजवादी पार्टी ने सबसे बेहतर रिस्पांस सिस्टम दिया था, किसी प्रदेश में ऐसा रिस्पांस सिस्टम था या नहीं.
- जनता में इतना आक्रोश है किसी को न्याय नहीं मिल रहा है.
- अगर प्रेस के साथी भी कुछ सच लिख दें तो हो सकता है कि इनके खिलाफ भी कार्यवाही हो जाए.
- क्या यही है कानून व्यवस्था?
- उनके सांसद विधायक खुद कुटे जा रहे हैं.
- वह तस्वीरें किसने नहीं देखी कि किसानों को कुचल दिया गया.
- वह वीडियो किसने नहीं देखा, जिसमें गृह राज्य मंत्री ने यह कहा- पहचान लो मैं कौन हूं?
- मैं सांसद, विधायक, मंत्री नहीं हूं, मैं इसके अलावा भी कुछ और हूं.
- सोचिए उसका स्वागत हो रहा है मंच पर.
- जहां मुख्यमंत्री हों, देश के गृहमंत्री हों, क्या किसानों को वहां न्याय मिल सकता है?
- सिर्फ प्रचार पर बजट खर्च हो रहा है.
- मुख्यमंत्री के पास रोजगार मांगने के लिए नौजवान आए तो उन्हें लाठी मारकर भगाया गया.
- इस बार वोट डाल डाल कर नौजवान भारतीय जनता पार्टी के लोगों का सफाया करने का काम करेंगे.
- कांग्रेस और बीजेपी के बारे में समाजवादियों का यही मानना है कि जो कांग्रेस है, वही बीजेपी है. जो बीजेपी है, वही कांग्रेस है.
- बच्चों को जो खाना खिलाती है, उनको पिछले 8 महीनों से मानदेय नहीं मिल पा रहा है और ना जाने कितने विभाग होंगे, जहां कर्मचारियों को कुछ भी नहीं मिल रहा होगा.
- अगर भारतीय जनता पार्टी के लोगों को ज्यादा मौका सत्ता में रहने का मिल गया तो यह सरकार को भी आउट सोर्स कर देंगे.
- सबसे ज्यादा बेटियों और महिलाओं के साथ दुर्घटनाएं उत्तर प्रदेश में हो रही हैं, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ज़िम्मेदार है.
- भारतीय जनता पार्टी ने उन योजनाओं को खत्म कर दिया है, जिनसे बेटियां और महिलाएं अपनी बात कर उनका समाधान पा सकती थीं.
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