मानवता की सेवा कर रहे देवदूतों को समर्पित तेरे नाम का दिया
-एम जोशी हिमानी की कविता
हे राम!
तुम्हारे नाम का दिया
मैं हर रोज जलाऊंगी
बार-बार जलाऊंगी
अंतर में
और बाहर भी
जगत में छाया अंधियारा मिटाने
आधि-व्याधि का ताप मिटाने
जानती हूं
तुम खुद न आओगे
लेकिन
मानवता को बचाने
सैकड़ों रूप तुम्हीं धरोगे
ये सारे दिये कर रही हूं मैं
तुम्हारे हर रूप को
समर्पित.
3.4.20
परिचय
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एम जोशी हिमानी
जन्म- पिथौरागढ., उत्तराखंड
शिक्षा- लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक
पूर्व सहायक निदेशक- सूचना एवं जन संपर्क विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ
सूचना एवं जन संपर्क विभाग की प्रतिष्ठित
साहित्यिक पत्रिका “उत्तर प्रदेश” के संपादक के
रूप में ब्रज विशेषांक, काशी विशेषांक, प्रयाग विशेषांक, कबीर अंक जैसे अविस्मरणीय अंकों का प्रकाशन
प्रकाशित कृतियां-
“पिनड्राप साइलेंस” कहानी संग्रह
“ट्यूलिप के फूल” कहानी संग्रह
“हंसा आएगी जरूर” उपन्यास
“कसक” कविता संग्रह
देश-विदेश की अनेक पत्रिकाओं में समय-समय पर कहानियां/कवितायें प्रकाशित
मो.-8174824292
ई मेल- mjoshihimani02@gmail.com