बाबरी विध्वंस को अपनी आंखों से देखने वाले पत्रकार ने कोर्ट के फैसले के बाद क्या कहा?
अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराया गया था।
28 साल बाद इस केस में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आया जिसमें कोर्ट ने पर्याप्त सबूतों के अभाव में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया।
इस केस में लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता आरोपी थे।
कोर्ट के इस फैसले पर नितिन ठाकुर ने 40 साल तक अयोध्या कवर करने वाले और बाबरी विध्वंस के चश्मदीद रहे पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी से बात की।
पॉड ख़ास के इस अंक में सुनिए उनकी यह बातचीत।
(आजतक से साभार)