रघुवंश बाबू मुझे अकेला कर गए : तेजस्वी
पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का एम्स, दिल्ली में रविवार को निधन हो गया। रघुवंश बाबू का अंतिम संस्कार सोमवार को होगा।
उनकी पहचान बिहार के कद्दावर नेता के रूप में होती थी। वे केंद्र और बिहार, दोनों जगह मंत्री रह चुके थे।
गरीबों के रोजगार की योजना मनरेगा को रघुवंश बाबू की देन कहा जाता है।
हाल ही अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था।
दिल्ली एम्स में शिफ्ट कराए जाने के बाद गुरुवार को रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के नाम एक पत्र लिखकर राजद छोड़ने का ऐलान किया था।
हालांकि, राजद से उनके इस्तीफे को लालू यादव ने पत्र लिखकर नामंजूर कर दिया था।
साथ ही उन्हें मनाने की कोशिश करते हुए कहा था कि वो कहीं नहीं जा रहे।
अब रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की खबर से लालू प्रसाद यादव बेहद दुखी हैं।
उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैंने परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे हैं।
लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूं। दुःखी हूं। बहुत याद आएंगे।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रघुवंश बाबू के निधन पर शोक संवेदना जताते हुए कहा कि रघुवंश बाबू की आखिरी चिट्टी में उन्होंने जो बातें कही थीं, उन्हें पूरा किया जायेगा।
तेजस्वी ने जतायी संवेदना
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की।
तेजस्वी ने हाल ही में एम्स, दिल्ली में रघुवंश प्सेरसाद सिंह से हुई मुलाकात को भी याद किया।
उन्होंने अपने ट्विट में रघुवंश बाबू को राजद के मजबूत स्तंभ , अभिभावक आदि संबोधित किया है।
उन्होंने कहा कि राजद के मजबूत स्तम्भ, प्रखर समाजवादी जनक्रांति पुंज हमारे अभिभावक पथ प्रदर्शक आदरणीय श्री रघुवंश बाबू के दुःखद निधन पर मर्माहत हूँ।
आप समस्त राजद परिवार के पथ प्रदर्शक, प्रेरणास्रोत व गरीब की आवाज बने रहे। आपकी कमी राजद व देश को सदैव खलेगी।
बने रहेंगे प्रेरणास्रोत
दूसरे ट्वीट में कहा है कि रघुवंश बाबू की क्रांतिकारी समाजवादी धार राजद के हर कार्यकर्ता के चरित्र में है।
उनकी गरीब के प्रति चिंता, नीति, सिद्धांत, कर्म, और जीवनशैली हमेशा हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत बनी रहेगी।
राजद को अपनी मेहनत और वैचारिक दृष्टिकोण से सिंचने वाले कर्म के धनी महान व्यक्तित्व को सादर नमन।
एम्स में हुई मुलाकात पर भावुक हुए
तीसरे ट्विट में कहा है कि आदरणीय रघुवंश बाबू! अभी चंद दिन पहले तो AIIMS में आपसे बात हुई थी।
मेरे द्वारा जल्द स्वस्थ होने की बात कहने पर आपने कहा था जल्द बाहर आकर साथ में कड़ा संघर्ष करेंगे।
पिता जी के जेल जाने के बाद आप चंद लोग ही तो ऊर्जा और प्रेरणा देते रहे हैं।
अचानक चले गए आप और मुझे लगभग अकेला कर गए।