दिल्ली में जिम मालिकों की दुर्दशा

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंगलवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल का ध्यान जिम मालिकों की दुर्दशा की ओर खींचते हुए उनसे शहर में सभी फिटनेस सेंटर फिर से खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया है। बैजल को लिखे पत्र में भाजपा नेता ने कहा कि जिम बंद होने के कारण दिल्ली में लगभग एक लाख लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है. 

गुप्ता ने कहा कि आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे फिर से शुरू हो रही हैं, लेकिन स्वास्थ्य और फिटनेस उद्योग अब भी बंद हैं। दिल्ली में लगभग 5,500 जिम हैं जो करीब एक लाख लोगों को रोजगार देते हैं, लेकिन जिम बंद होने के कारण वे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि लगभग 4,500 छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमी हैं जिनकी आजीविका स्वास्थ्य और फिटनेस उद्योग के बंद होने के कारण प्रभावित हुई है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप वित्तीय नुकसान पर विचार करें, और केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार जिम खोलने की अनुमति दें।

गौरतलब है कि दिल्ली में स्वास्थ्य और फिटनेस केंद्रों को फिर से खोलने की अनुमति देने की मांग को लेकर जिम मालिकों द्वारा उपराज्यपाल कार्यालय के पास धरना देने के बाद शनिवार को पुलिस ने जिम मालिकों को हिरासत में ले लिया था।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने पिछले हफ्ते COVID-19 की समीक्षा बैठक में होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने को मंजूरी दे दी थी, लेकिन जिम को फिर से खोलने की अनुमति नहीं दी थी।

दिल्ली जिम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चिराग सेठी ने कहा कि हम उपराज्यपाल से जिम को फिर से खोलने की अनुमति देने का अनुरोध करना चाहते हैं क्योंकि इससे एक लाख से अधिक लोगों की आजीविका को प्रभावित होती है जो दिल्ली में इस मध्यम उद्योग में कार्यरत हैं।
कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए मार्च में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद से ही राजधानी दिल्ली में सभी जिम बंद कर दिए गए हैं।

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