कोलकाता : शारदा पोंजी स्कीम में जल्द फाइनल चार्जशीट दाखिल करेगी सीबीआई
—ऋचा सयंतिका
कोलकाता. पता चला है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो CBI जल्द ही शारदा पोंजी स्कीम प्रकरण में फाइनल चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। इससे आगामी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा फायदा मिलता भी दिख रहा है क्योंकि भाजपा अगले साल होने जा रहे चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को नीचा दिखाने की लगातार कोशिश में है। भ्रष्टाचार निवारण इकाई ने भी लंबित 102 प्रकरणों में मुकदमा पंजीकृत करने की कवायद तेज कर दी है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई जल्द ही लोकसभ स्पीकर से तृणमूल कांग्रेस के तीन वर्तमान सांसदों के ऊपर कार्रवाई करने की इजाजत ले सकती है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक लोकसभा सचिवालय ने विधि मंत्रालय से इस प्रकरण में कार्रवाई के लिए राय मांगी है। वहीं सीबीआई ने भी लोकसभा सचिवालय को इन तीनों सांसदों पर कार्रवाई की इजाजत के लिए कई पत्र लिखे हैं। इस बाबत अंतिम पत्र नवंबर 2019 में भेजा गया था। ताजा प्रकरण में ऐसा माना जा रहा है कि आगामी चुनावों को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई को तेजी के साथ संपादित किया जा रहा है।
सीबीआई सूत्रों की मानें तो शारदा घोटाले में फाइनल चार्जशीट नई दिल्ली को मुख्यालय को भेजी गई है। इसमें 20 ऐसे व्यक्तियों के नाम शामिल हैं तो पश्चिम बंगाल राज्य सरकार के करीबी हैं। हालांकि इसमें फाइनल चार्जशीट को तभी फाइल किया जाएगा, जब विधिक अनुभाग उसका परीक्षण कर लेगा।
गौरतलब है कि शारदा घोटाला पश्चिम बंगाल का एक बड़ा वित्तीय घोटाला था, जिसमें कई राजनेताओं का नाम शामिल था। वर्ष 2013 में यह घोटला सबके सामने आया था। उस समय कंपनी घाटे में चली गई थी, जिसमें पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, झारखंड, ओडिशा समेत कई राज्यों के लोगों की गाढ़ी कमाई डूब गई थी। इस घोटाले की कुल कीमत 15 हज़ार करोड़ रुपये आंकी गई थी।
इस प्रकरण में तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष और श्रींजोय बोस, पूर्व राज्य मंत्री मदन मित्रा, पूर्व डीजीपी रजत मजूमदार समेत कई रसूखदार लोगों का नाम सामने आया था। इनमें से कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके अलावा तृणमूल के सांसद और वर्तमान बीजेपी नेता मुकुल राय, पूर्व कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार समेत अन्य से इस मामले में कड़ी पूछताछ की गई थी।
आपको बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के लिए हुई बीजेपी की वर्चुअल रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शारदा मामले का मुद्दा उठाया था। वहीं सीबीआई लोकसभा स्पीकर की इजाजत के बाद टीएमसी सांसद सौगात राय, प्रसून बनर्जी और काकोली घोष से पूछताछ और उन पर कार्रवाई के मूड में है। वहीं इस संबंध में हुए एक स्टिंग आपरेशन में कई टीएमसी नेता घूस लेते कैद हुए थे। इन प्रकरणों के अलावा सीबीआई पश्चिम बंगाल के चिट फंड केस में भी तेजी से कार्रवाई कर रही है।
बीते 24 फरवरी को सीबीआई के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने सीबीआई की कोलकाता शाखा को चिट फंड मामले में लंबित 102 केसों को दर्ज कर कार्रवाई करने पर सहमति दी थी। इसके बाद इस मामले में तेजी से एफआईआर दर्ज की गईं। सूत्रों के मुताबिक इस प्रकरण में केवल इस माह ही 30 व्यक्तियों और कुछ कंपनियों के खिलाफ केस पंजीकृत किया गया है। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी चार सीनियर आईएएस अधिकारियों को इस मामले में बुलाकर कड़ी पूछताछ की है। प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की विनियमन संबंधी याचिका के दाखिल होने के बाद इस मामले में तेजी से कार्रवाई की है।