केजरीवाल की आप पार्टी यूपी में चुनाव के लिए कमर कस रही

सांसद संजय सिंह ने किया सीएम योगी पर कड़ा वार

केजरीवाल की आप  पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव के लिए कमर कस रही है. शुरुआत करेगी पंचायत चुनाव से।आप पार्टी  के सांसद संजय सिंह लखनऊ में डेरा डाल चुके हैं।आप पार्टी का एक सर्वे चर्चा में है .  उस सर्वे को  लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की  सरकार  संजय सिंह पर लखनऊ की हज़रतगंज कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज करा चुकी है. 
सर्वे क्यों कराया गया और क्या निकला इसमें?
क्या होंगे यूपी में ‘आप पार्टी ’ के मुद्दे?
क्या दिल्ली के शिक्षा-स्वास्थ्य-बिजली के मॉडल पर वोट मांगेगी आप?
सपा, बसपा व कांग्रेस से क्या रिश्ते रहेंगे?
अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र? …..
ऐसे ढेर सारे सवालों इस कड़ी में जनादेश ने की बात और संजय सिंह ने दिये खुलकर जवाब।

फज़ल इमाम मल्लिक

नई दिल्ली .यूपी की सियासत में जनादेश के मंच पर लगातार चर्चा हो रही है. आम आदमी पार्टी अब यूपी की सियासत में उतरने के लिए कमर कस चुकी है और पंचायत चुनावों के जरिए यूपी में ताल ठोंकेगी. भाजपा की परेशानी बढ़ाई है आप सांसद संजय सिंह ने. वे लगातार यूपी में सक्रिय हैं और योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने में लगे हैं. यूपी सरकार ने संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है.यह बात आज जनादेश  के शनिवार के कार्यक्रम यूपी की पालटिक्स में उभर कर आई .इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह से बात की गई .
जनादेश चर्चा के दौरान संजय सिंह ने दिल्ली की सियासत पर भी चर्चा की और यूपी की राजनीति पर भी. जनादेश के संपादक अंबरीश कुमार, पत्रकार राजेंद्र तिवारी और रामदत्त त्रिपाठी ने संजय सिंह के साथ यूपी में सियासी संभावनाओं पर भी चर्चा की और गठबंधन पर भी. यूपी में आम आदमी पार्टी ने एक सर्वेक्षण कराया जिसकी चर्चा खूब रही और सर्वेक्षण की वजह से संजय सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया. संजय सिंह ने यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार को जातिवादी सरकार बताया और कहा कि संविधान में आस्था रखने वाला कोई मुख्यमंत्री किसी जाति का नहीं हो सकता, किसी धर्म का नहीं हो सकता बल्कि उसे उत्तर प्रदेश के 24 करोड़ लोगों के लिए काम करना चाहिए. लेकिन बदकिस्मती से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की जनता के नहीं बल्कि जाति विशेष के मुख्यमंत्री बन गए हैं. यहां जातीय आधार पर भेदभाव देखा जा रहा है. योगी आदित्यनाथ की काबीना में मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर ने इस तरह का आरोप लगाया था. भाजपा के गोरखपुर से विधायक राधामोहन दास अग्रवाल की बातें सार्वजनिक हैं, उनका वीडियो वायरल हुआ और वे क्या कह रहें हैं बातें किसी स छुपी नहीं है. भाजपा के ही विधायक देवमणि दुबे ने ब्राह्मणों को लेकर सवाल उठाया. इसे लेकर ही आप ने सर्वेक्षण कराया और इसी को लेकर मुकदमे कराए. सर्वेक्षण में पांच लाख लोगों से सवाल किए गए थे और 63 फीसद लोगों ने कहा कि सरकार जातिवादी है, लेकिन 28 फीसद लोगों ने न में जवाब दिया और नौ फीसद लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया है.

अंबरीश कुमार ने चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यूपी की सियासत में जातिवादी का आरोप लगता रहा है. इससे पहले अखिलेश यादव पर आरोप लगते रहे हैं और अब भाजपा की सरकार पर लग रहा है तो कोई हैरानी वाली बात नहीं है.

रामदत्त त्रिपाठी ने कहा कि जातिवादी सियासत में ऐसा पहली बार देखने को मिला कि सत्ताधारी दल के विधायक ही इसका आरोप लगा रहे हैं. संजय सिंह ने सवालों का जवाब देता हुए कहा कि अगर किसी जाति में बुराई है तो इसके खिलाफ भी खड़ा होना चाहिए.

संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश को जाति प्रधान प्रदेश बताया और कहा कि मायावती ने 2002 में आदेश दिया कि थानेदारों और अधिकारियों की नियुक्ति में संतुलन हो. क्योंकि अधिकांश थानेदार ठाकुर थे और कमजोरों व पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता था. संजय सिंह ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार यूपी में अपराधियों पर कार्रवाई को दो चश्मे से देखा जा रहा है. अपराधियों को मुठभेड़ में मार देना न्याय तो नहीं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो लेकिन जाति देख कर कार्रवाई की जा रही है. इसे देख कर लगता है कि जाति विशेष की सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि यह लोगों के लिए ही नहीं ठाकुरों के लिए भी ठीक नहीं है.

माफिया के खिलाफ कार्रवाई में भेदभाव के सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि हां ऐसा हो रहा है, संगठित अपराधियों को जातिवाद के चश्मे से देखा जा रहा है.

अंबरीश कुमार ने यूपी में आप की सियासी संभावनाओं को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि संजय सिंह ने कहा कि संगठन निर्माण से लेकर यूपी को लेकर रोड मैप पार्टी तैयार कर रही है. कोरोना काल में हम लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं और लोगों को पार्टी से जोड़ रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि लोगों के बुनियादी सवालों को लेकर हम तैयारी कर रहे हैं और चुनाव का जहां तक सवाल है तो यह केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा. अंबरीश कुमार के उत्तराखंड में पार्टी विस्तार को लेकर पूछे सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में भी पार्टी उत्तर प्रदेश की तरह ही संगठन के विस्तार में लगी है.

सुल्तानपुर में आक्सीमीटर घोटाले का जिक्र करने पर संजय सिंह ने कहा कि यूपी में इस तरह का घोटाला हुआ है. आक्सीमीटर से लेकर थर्मामीटर तक की खरीद में घोटाला हुआ है.

यूपी में योगी सरकार ने बड़ा घोटाला किया है और निचले से लेकर ऊपरी स्तर कर भ्रष्टाचार हुआ है और यह योगी का भ्रष्टाचार है. योगी ने आपदा में अवसर तलाशा है सरकार ने और मैं तो इसे शमशान में दलाली खाने का काम किया है सरकार ने.

रामदत्त त्रिपाठी ने शहरी इलाकों में मेडिकल कालेजों और अस्पतालों में मेडिकल उपकरणों की खरीद में घोटाले का सवाल उठाया. त्रिपाठी ने सवाल किया कि आप के साथ-साथ कांग्रेस यूपी में सक्रिय तो दिख रही है लेकिन सपा और बसपा नहीं दिख रही है के सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि यह सवाल तो उन दलों से पूछना चाहिए कि वह क्यों नहीं सक्रिय है.

लेकिन यूपी में अपारध चरम पर है और तमाम दलों को सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना चाहिए. संजय सिंह ने योगी सरकार के दौर में घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि यह कोरोना घोटाला है और इसके खिलाफ आप सड़क पर उतरेगी और बड़ा आंदोलन करेगी. संजय सिंह ने साफ किया को यूपी में होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी.

संजय सिंह ने साफ किया कि आप जातीय समीकरण को दरकिनार कर यूपी की अवाम को इंसाफ दिलाने के लिए सियासी पारी की शुरुआत करेगी.

योगी सरकार पर संजय सिंह ने डाक्टर कफील खान के बहाने हमला किया और कहा कि यूपी में लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है.

 

 

 

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