अरहर पर्वत पहुंची विरासत स्वराज यात्रा 2021-22

जलपुरुष डॉ राजेंद्र सिंह ने स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, नदी को जानने, समझने और फिर सहेजने के काम करने हेतु इस नदी क्षेत्र में “नदी पाठशाला” का आयोजन होना चाहिए। जिससे लोग नदी के सभी अंग – प्रत्यंगों को समझ सके। इस पाठशाला में प्रकृति और मानवता का बराबर सम्मान करते हुए इसके पोषण, संरक्षण की शिक्षा पढ़ाई जाना चाहिए।