बेरोजगारी अभिशाप है या वरदान : एक पहेली

कोरोना काल ने तो इस समस्या के लिए आग में घी का काम किया। असंगठित क्षेत्र की महिलाओं को सबसे ज्यादा काम से हाथ धोना पड़ा। लेकिन हमारे नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता। चुनाव में उन्हें झूठे वादे ही तो करने हैं। मौजूदा वक्त में भी जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं बंगाल, पॉन्डिचेरी, असम आदि वहां भी बेरोजगारी ही सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है।