बिहार में नीतीश सरकार के ये नये विद्वान मंत्री

भ्रष्टाचार के आधार पर तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल से हटाकर नीतीश जी ने राजनीतिक शुचिता, सुशासन और नैतिकता का परिचय दिया था। फिर आखिर क्या कारण है कि इस बार उन्होंने शपथ-ग्रहण के साथ ही भ्रष्टाचार के दोषी सिद्ध हुए, और न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद भी उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई ?