आखिर क्यों सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं खेतों में काम करने वाले किसान?

भारत में किसान आंदोलन का इतिहास पुराना है. पंजाब, हरियाणा, बंगाल, दक्षिण और पश्चिमी भारत में पिछले सौ वर्षों में कई विरोध-प्रदर्शन हुए हैं. हर बार किसान अपने हक के लिए कानून में कुछ न कुछ बदलाव की मांग करते रहे हैं. ये मांगें वक्त और हालात के साथ बदलती रही हैं. शायद इसलिए क्योंकि समय के साथ उनकी जरूरतें बदलती रहीं, जिसका उनके मांग पर भी असर हुआ.