मेरे पापा जी प्रोफेसर (डा•) रामजीलाल जांगिड

दिल्ली के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता श्री दिनेश वत्स ने मुझे भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता शिक्षा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले प्रोफ़ेसर (डा•) रामजी लाल जांगिड़ के बारे में बताया था। उन्होंने हिंदी, उर्दू, ओड़िया, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी में दिल्ली, उत्तर प्रदेश राजस्थान, ओडिशा गुजरात तथा महाराष्ट्र के कई प्रमुख शहरों में जाकर युवा पत्रकारों को शिक्षा दी है। पूरे 21 साल।