देश उजाड़ने वाली महामारी आख़िर फैलती कैसे है?

कोरोनावायरस के प्रकोप से दुनिया भर में लाखों लोगों के मरने के बाद भी नीतियाँ बनाने वालों की तरफ़ से अगले सौ सालों के लिए कृषि, उद्योग अर्थ व्यवस्था, रोज़गार और स्वास्थ्य आदि के बारे में नया चिंतन नहीं शुरू हो रहा. जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अब भी विकसित देशों में टालमटोल चल रही है.