फिल्में : मनोरंजन , समाज और हम
समाज के निर्माण व विकास की प्रक्रिया में भोजन वस्त्र आवास की आवश्यकता के उपरान्त चिकित्सा शिक्षा व मनोरंजन की आवश्यकतायें भी जुड़ती गयीं। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । समाज में व्यक्तिगत स्तर पर पारिवारिक स्तर पर व समाज के स्तर पर मनोरंजन की महत्ता समय के साथ साथ बढ़ती गयी। जीविकोपार्जन के लिए कठिन परिश्रम के उपरान्तए अवकाशए विश्राम के क्षणों में मनोरंजन अत्यन्त आवश्यक होता ही है।
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