मानसिक रोगों की ग्रह चिकित्सा

लग्न कुंडली में मस्तिष्क का विचार प्रथम स्थान से, बुद्धि का विचार पंचम भाव से, तथा मन: स्थिति का विचार चंद्रमा से किया जाता हैं, इसके अतिरिक्त शनि, बुध, शुक्र तथा सूर्य का मानसिक स्थिति को सामान्य बनाए रखने में विशेष योगदान हैं तो ग्रहों से विद्युत चुम्बकीय तरंगे निकलती हैं जो मनुष्य के रत्न धारण करने पर, ग्रहों के मंत्रों का उच्चारण करने पर, मंत्र जाप करने, ग्रहों के मंत्रों से यज्ञ, हवन आदि करने से उन्हें सकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं और मनुष्य को मानसिक शांति मिलती हैं।