कहीं आपका माइण्ड हैक तो नहीं हो गया

अगर मैंने कंगना रनौत के सिर्फ “आजादी भीख में मिली”। बयान जिससे मैं आहत था, अपनी पीड़ा फेसबुक की टाइमलाइन पर व्यक्त करता हूं तो मेरी टाइमलाइन पर आकर कुछ लोग मुझे ही ज्ञान देकर चले जाते हैं। मैंने कई बार स्पष्ट किया कि ना मुझे कंगना रनौत से दिक्कत है और ना उनके अन्य जीवन चरित्र से। लेकिन इस बयान से मैं आहत हूं, मेरी सोच को, मेरे निर्णय को, तथाकथित लोग प्रभावित नहीं कर सकते! क्योंकि “मैं” निर्णय लेता हूं। ना की किसी के प्रभाव में आकर निर्णय लेता हूं।