51 शक्तिपीठों में एक है हिमाचल प्रदेश का चामुण्डा देवी मंदिर, यहां गिरे थे माता सती के चरण

यह वही स्थल है जहां राक्षस चंड-मुंड देवी दुर्गा से युद्ध करने आए और काली रूप धारण कर देवी ने उनका वध किया. अंबिका की भृकुटी से प्रादुर्भूत काली ने जब चंड-मुंड के सिर को उपहार स्वरूप भेंट किया तो अम्बा ने वर दिया कि तुम संसार में चामुण्डा नाम से प्रसिद्ध हो.